हम देश की गोमाताओं को कसाइयों के हाथों से बचाते हैं. स्थान-स्थान पर गोशालाएँ स्थापित की गई हैं. यहाँ बीमार, कमज़ोर और कसाइयों से मोल ली हुई गोमाताओं को पाला जाता है.आप जैसे महापुरुषों की कृपा से जो कुछ मिलता है, उसी से सभा का काम चलता है.मारवाड़ी वैश्य समाज इस काम में विशेष सहायता देता है. उन्होंने इस सत्कार्य के लिए बहुत सा धन दिया है.मध्य भारत में इस समय भयानक अकाल पड़ा है. भारत सरकार ने बताया है कि नौ लाख लोग अन्न न मिलने की वजह से भूखों मर गए हैं.
स्वामी विवेकानंद ने कहा, 'जो सभा-समिति इंसानों से सहानुभूति नहीं रखती है, अपने भाइयों को भूखे मरते देखते हुए भी उनके प्राणों की रक्षा करने के लिए एक मुट्ठी अनाज तक नहीं देती है लेकिन पशु-पक्षियों के वास्ते बड़े पैमाने पर अन्न वितरण करती है, उस सभा-समिति के साथ मैं रत्ती भर भी सहानुभूति नही रखता हूँ. इन जैसों से समाज का कोई विशेष उपकार होगा, इसका मुझे विश्वास नहीं है.'
अब विवेकानंद को हँसी आ गई. उन्होंने हँसते हुए कहा, "जी हाँ, गाय हमारी माता हैं, यह मैं बहुत अच्छी तरह से समझता हूँ. अगर ऐसा न होता तो ऐसी विलक्षण संतान को और कौन जन्म दे सकता है!" दिमाग़ का इस्तेमाल, दिमाग़ को तेज़ करता है, ऐसा गुणीजन बताते हैं. तो चलते-चलते एक और कल्पना करते हैं. अगर आज गेरुआ वस्त्रधारी भगवा पगड़ी वाले स्वामी विवेकानंद हमारे बीच होते तो इन घटनाओं पर क्या कहते-
Lagata he BBC walo ki buddhi bhrasth ho gyi he...inme Rakshsi pravarati aa gyi he..apni buddhi thik kar lo...Gau mata insano se bhi shresth he...Jai Gau Mata
वाह बीबीसी चरमपंथी के चरमपंथियों क्या खबर है चलो भूखे मर रहे हो, काट लो गाय जानवर जीव जंतु सूअर मुर्ग़ा लेे लो इन सबकी जान इंसानियत के नाते, जब ये सब खतम हो जाए तो क्या खाओगे (इंसान ) वैसे मैने सुना है गुप चुप तरीके से इंसानों का मांस भी बिक रहा है लोग भी खा रहे
भारतीय संस्कृति में आजकल एक विचित्र द्वन्द्वता छाई हुई है - नाम राम का,व्यवहार रावण के नाम राम के,व्यवसाय अपने राम नाम जपना,पराया माल अपना नाम राम राज्य,वास्तविकता भाजपा शासन विचार,'स्वामी विवेकानंद' के व्यवहार राक्षस के। स्वामी_विवेकानंद SwamiVivekanand SwamiVivekanandJi
ये सब मुल्लाओ का प्रोपोगंडा है नसीरूद्दीन, १२१ साल के वाक़िए का ऐसे जिक्र कर रहा है जैसे इसके सामने बातचीत हो रही थी आज के धर्मपरिवर्तन और जिहाद के बारे में नहीं लिखा जा रहा ये सब बीबीसी और वामपंथी जिहादियों की साजिश है
मतलब आपका पुरा लेख पढने के बाद समझ आया कि आप चोर कि पिटाई जैसे अखलाक और तरबेज अंसारी जैसों कि वकालत कर रहे हो बंगाल में स्वामी विवेकानंद जी के जन्म भूमि पर 2021 में जब हिंदू ओ का कत्लेआम हो रहा है बलात्कार हो रहा है उसपर आपकी कलम मौन ने इंसानों कि हत्या ये आपको नही दिखी
🙏🚩
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: DW Hindi - 🏆 8. / 63 और पढो »
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »
स्रोत: DW Hindi - 🏆 8. / 63 और पढो »