आगरा. कहते हैं पिता और बेटे का रिश्ता मजबूत रिश्ता होता है. दोस्ती भी इसी रिश्ते में होती है और एक उम्मीद कि बुढ़ापे में बेटा ही सहारा देगा. लेकिन आगरा में इसी रिश्ते को एक बेटे लीला ने कलंकित कर दिया. बेटा अपने बुजुर्ग बीमार पिता छत्रपाल को गांधी चौराहे पर छोड़ कर चला गया. इसके बाद आगरा पुलिस फरिश्ता बन कर पहुंची, और पहले बुजुर्ग का इलाज कराया और उसे घर तक छोड़ कर आई. मामला थाना शमसाबाद क्षेत्र का है. इरादतनगर नगर के गांव सादुपुरा में रहने वाले एक बुजुर्ग छत्रपाल की तबियत कई दिनों से खराब थी.
इधर, जो बेटा अपने पिता को बेसहारा छोड़कर भाग गया था, उसे भी नसीहत मिल गई है. अब वह दोबारा यह गलती नहीं करेगा. पुलिस ऐसे काम करती रहती है, लेकिन वे मीडिया या जनता के सामने कम ही आ पाते हैं. इस मामले में भी कमजोर बीमार पिता को यदि सहारा नहीं मिलता और पुलिस इलाज नहीं कराती तो कोई अनहोनी से इनकार नहीं है. तेज गर्मी में बेसहारा बुजुर्ग की हालत बिगड़ सकती थी.
Up News India Up News Live Up News Today Hindi Hindi Samachar India News In Hindi Agra Police Agra News Today
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »
स्रोत: News Nation - 🏆 15. / 51 और पढो »
स्रोत: News18 Hindi - 🏆 13. / 51 और पढो »
डाकू वीरप्पन की बेटी लड़ रहीं लोकसभा चुनाव, 2020 में बीजेपी से की थी सियासी सफर की शुरुआत, आदिवासियों के लिए करती हैं कामवीरप्पन को अपनी प्रेरणा बताने वाली विद्या रानी ने कहा कि उनके पिता लोगों की सेवा करना चाहते थे लेकिन इसके लिए जो तरीका चुना वह सही नहीं था।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: News18 Hindi - 🏆 13. / 51 और पढो »