चुनाव सुधार और राजनीतिक अनिच्छा

  • 📰 Jansatta
  • ⏱ Reading Time:
  • 76 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 34%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

अक्सर अपराधियों को चुनाव लड़ने से रोकने के दावे तो किए जाते हैं, पर हकीकत में ऐसा नहीं हो पाता।

यही वजह है कि 2004 के मुकाबले 2019 में बयासी प्रतिशत अधिक सांसद आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं। ऐसा नहीं कि इन सारे तथ्यों से हमारे राजनीतिक दल अनजान हैं। पर इन समस्याओं का निराकरण किसी नेता या राजनीतिक दल की प्राथमिकता में नहीं है। अब तक जो चुनाव सुधार हुए भी हैं, वे सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता और चुनाव आयोग की तत्परता के कारण संभव हो पाए हैं।

इस मसले पर देश में संसद से सड़क तक गंभीर बहस होनी चाहिए थी, मगर इसे एक आम फैसले की तरह लिया गया। हमारे राजनेता मूल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने और गैर-जरूरी मसलों पर बहस की कला बखूबी जानते हैं। अपराध और चुनाव का संबंध बड़ा पुराना है। सत्तर और अस्सी के दशक में जब जातिवादी राजनीति का प्रभाव बढ़ने लगा तब जातिवाद के सहारे उभरने का प्रयास कर रहे नेताओं ने अपने जाति विशेष के अपराधियों का इस्तेमाल बूथ लूटने, मतदाताओं को डराने-धमकाने, विरोधी दलों के प्रत्याशियों की हत्या कराने आदि में किया। फिर ये...

सबसे आश्चर्यजनक, जेल से चुनाव लड़ने का अधिकार है। अगर सजायाफ्ता लोग चुनाव लड़ सकते हैं, तो फिर देश के सारे कैदियों को मतदान का अधिकार दे दिया जाना चाहिए। आज तक किसी भी पार्टी ने इस विषय पर कोई गंभीर विचार नहीं किया। बल्कि उच्चतम न्यायालय के फैसले का सर्वदलीय बैठक में वामपंथी और दक्षिणपंथी सभी दलों ने एक स्वर में विरोध किया था। बात न्यायपालिका द्वारा अपने अधिकारों के अतिक्रमण तक पहुंच गई थी। कोई भी इन अपराधियों को संसद और विधानसभा जाने से रोकने के मूल मुद्दे पर बात करने को तैयार नहीं था। इन...

ऐसा नहीं कि इन सारे तथ्यों से हमारे राजनीतिक दल अनजान हैं। पर इन समस्याओं का निराकरण किसी नेता या राजनीतिक दल की प्राथमिकता में नहीं है। अब तक जो चुनाव सुधार हुए भी हैं, वे सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता और चुनाव आयोग की तत्परता के कारण संभव हो पाए हैं। मसलन, अक्तूबर 2018 में चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों के लिए अनिवार्य कर दिया था कि वे पूरे चुनाव के दौरान कम से कम तीन बार टेलीविजन और अखबारों में अपने आपराधिक ब्योरों का विज्ञापन करें। साथ ही आयोग ने यह भी स्पष्ट किया था कि इन विज्ञापनों का खर्च भी...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 4. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

UP चुनाव: मिशन मूड में BJP, प्रदेश में ऐसे माइक्रो लेवल का मैनेजमेंट कर रही पार्टीउत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी अपनी पूरी तैयारी में है और अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रही. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी यूपी में माइक्रो लेवल का मैनेजमेंट कर रही है. हर बूथ पर करीब 35 पन्ना प्रमुख बनाए जा रहे हैं. Himanshu_Aajtak इस बार बीजेपी गवर्नमेंट को बीजेपी के कार्यकर्ता ही नहीं बनने देंगे Himanshu_Aajtak What is micro management? the implication is that the Politician has no faith in Public’ ability to do their lives, Other effects on Up include increases in stress levels, absenteeism, burnout and high turn-over So BJP have refreshing peoples or party with Micromanagement. Himanshu_Aajtak Only once again bjp
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

ममता बनर्जी को हाईकोर्ट से झटका, सीबीआई और एसआईटी करेगी चुनाव बाद हिंसा की जाँच - BBC Hindiकलकत्ता हाईकोर्ट ने बृहस्पतिवार को ममता बनर्जी सरकार को झटका देते हुए चुनाव बाद हिंसा की जांच सीबीआई और एक विशेष जांच बल (एसआईटी) से करवाने का फैसला किया है. Ab lath 🤣🤣ki bari chu tar se nikalega यूपी में हुई हिंसा की भी जाँच कर लो। दिल्ली दंगे की जाँच किया? कितने सीसीटीवी फुटेज तो जनता के पास पहुंच गए। उसमें साफ दिख रहा था दंगाई कौन है।असल में कितने फुटेज को मिटाया होगा। एन आई ऐ /सी बी आइ/ सब से होनी चाहिए ये तो लगता है जैसे अफगानिस्तान हो गया हो लोकतंत्र मे हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

बंगाल: CBI करेगी चुनाव बाद हुई हत्या-रेप के मामलों की जांच, देखें क्या बोला कोर्टकलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद रेप और हत्या जैसे गंभीर मामलों की जांच राज्य सरकार को सीबीआई को सौंपने को कहा है. इस मामले में गुरुवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. कलकत्ता हाईकोर्ट की 5 जजों की बेंच ने चुनाव बाद हिंसा में रेप और हत्या के मामलों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने को कहा है. इसके अलावा चुनावी हिंसा के दूसरे मामलों की जांच के हाई कोर्ट की निगरानी में गठित एक स्पेशल जांच टीम करेगी. अदालत ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को सीबीआई को मदद करने को कहा है. देखें Great... Jitna Poribarbadi parties hai congress NCP Sib sena TRS TDP SP RJD DMK sob Momota ka barey chup hai eak sobdo nehi nikala kiu ki oh Bangal may hua ajj kolkata high court ney CBI aur SIT bana ney ka order dia lekin ish Bodmash parties ney itna Ottachar Bolat kar por pura chup hai
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

पश्चिम बंगाल:चुनाव बाद हिंसा और दुष्कर्म की जांच सीबीआई को सौंपने से ‘ममताई छवि’ को झटका, भाजपा की नैतिक जीतपश्चिम बंगाल:चुनाव बाद हिंसा और दुष्कर्म की जांच सीबीआई को सौंपने से ‘ममताई छवि’ को झटका, भाजपा की नैतिक जीत WestBengal MamataBanerjee MamataOfficial BJP4India
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

पश्चिम बंगाल में चुनाव-बाद हिंसा का केस CBI को सौंपा जाएगा, SIT गठित होगीपश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा का केस केंद्रीय जांच ब्‍यूरो (CBI) को सौंपा जागा. मामले में स्‍पेशल इनवेस्‍टीगेशन टीम (SIT) भी गठित होगी. Ye Apne chatne Balo ko hi denge investigation krne k liye inka farmula yhi h CBI मतलब पालतू तोता 😁😁
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

यूपी चुनाव: गृह मंत्री अमित शाह के साथ सीएम योगी, नड्डा की दिल्ली में अहम बैठकयूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली स्थित यूपी सदन पहुंचे. जेपी नड्डा, योगी आदित्यनाथ, स्वतंत्र देव सिंह और सुनील बंसल की यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के घर पर बड़ी बैठक होगी. Himanshu_Aajtak UPSI2016 JOINING DO🙏🙏🙏🙏 Himanshu_Aajtak माननीय आदरणीय जी, बीएड टीईटी 2011 पर गठित कमेटी_रिपोर्ट चार वर्षो वर्षो से लंबित है। 2017_विधान_सभा चुनाव पूर्व किया वादा निभाइऐ... kpmaurya1 myogiadityanath drdineshbjp RSSorg BJP4UP narendramodi blsanthosh Himanshu_Aajtak उत्तर प्रदेश तो गया भाजप के हात से कुछ भी रणनिती करो लोग कोरोना काल किसान के हाल ऑर योगीजी की चाल नही भुल सकते
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »