अब ब्रह्मास्त्र बन चुकी है. समंदर से युद्ध में ब्रह्मोस सिकंदर साबित हुई. ज़मीन पर वार करने में ब्रह्मोस का कोई सानी नहीं और अब आसमान में सिर्फ ब्रह्मोस का ही राज चलेगा.ने 17 दिसंबर को ओडिशा तट से हवा में मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया. ये परीक्षण इसलिए ख़ास है क्योंकि ब्रह्मोस का परीक्षण सुखोई 30 MKi से किया गया. ब्रह्मोस और सुखोई का साथ साथ ये फाइनल टेस्ट था.
इसी हफ्ते एक अद्भुत, असाधारण मिलन हुआ जिसने देश के दुश्मनों का हमेशा-हमेशा के लिए ब्लड प्रेशर बढ़ा दिया है क्योंकि अब एक बार में 3200 किलोमीटर की उड़ान भरने वाले सुखोई 30 MKI फाइटर जेट को आवाज़ की रफ्तार से 3 गुना तेज़ स्पीड से हमला करने वाले ब्रह्मोस का साथ मिल गया. एक ऐसा किलर कॉम्बिनेशन जो दुश्मनों की मौत की गारंटी है. वैसे तो भारतीय सेना और ब्रह्मोस का रिश्ता 21 वर्ष पुराना है लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब Sukhoi 30MKI फाइटर जेट से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल दागी गई.
सुनने में आपको ये एक सामान्य परीक्षण जैसा लग सकता है लेकिन सुखोई और ब्रह्मोस का मारक संयोजन क्या कर सकता है और कैसी तबाही ला सकता है. ये समझने के लिए उसे क़रीब से जानना और पहचानना होगा. भारत का सुखोई फाइटर प्लेन वाला सपना साल 2002 में साकार हुआ था जो आज की तारीख में ना सिर्फ बेहद आधुनिक फाइटर प्लेन है बल्कि भारत की सुरक्षा के लिहाज़ से किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है.
सुखोई और ब्रह्मोस का डेडली कॉम्बिनेशन सबसे पहली बार 22 नवंबर 2017 को टेस्ट किया गया था. निशाना पूरी तरह सटीक समंदर में खड़े टारगेट को सुखोई से दागी गई ब्रह्मोस मिसाइल ने पलभर में तबाह कर दिया. दूसरी बार 22 मई 2019 तो सुखोई और ब्रह्मोस का टेस्ट किया गया. अबकी बार टारगेट ज़मीन पर था. लक्ष्य का हश्र वही हुआ जो समंदर में हुआ था. तीसरी बार 17 दिसंबर 2019 को सुखोई और ब्रह्मोस का टेस्ट किया गया और इस टेस्ट को साथ ही सुखोई और ब्रह्मोस की इंटिग्रेशन प्रक्रिया पूरी हुई.
भारतीय सेना अपनी ब्रह्मोस मिसाइलों को सुखोई 30 mki की शान की सवारी कराने की योजना पर कई वर्षों से काम कर रही थी. आखिरकार तमाम टेस्टिंग के बाद अब वो लम्हा आ गया है. जब दुनिया की सबसे तेज़ सुपसोनिक मिसाइलों में एक ब्रह्मोस का सुखोई 30 mki के साथ मिलकर ब्रम्हास्त्र बन चुकी है. ब्रह्मोस को अबतक जमीन पर मौजूद लॉन्चर्स और समंदर के युद्धपोतों से छोड़ा जाता था लेकिन अब एयरफोर्स के शानदार लड़ाकू विमान सुखोई 30 एमकेआई की मदद से ब्रह्मोस को हवा से लॉन्च करने की आज़ादी मिल गई है.
ImranKhanPTI rajnathsingh Are wahhhh....
ImranKhanPTI rajnathsingh Imran tension me nahi hoga...kyon ki usko f16 America se uako free me mile hai....or humko Rafel ke liye karodo rs dene lage...
ImranKhanPTI rajnathsingh That's why 130 crore selected Modi
ImranKhanPTI rajnathsingh ये खोप तब तक रहेगा जब तक मोदी हैं, इसलीये मोदी होना जरूरी हैं।
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