चीन, कोरिया, हॉन्‍ग कॉन्‍ग... सुरसा के मुंह की तरह क्‍यों बढ़ रहा BA.2 ओमीक्रोन? WHO से 3 पॉइंट्स में समझ‍िए

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यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया में कोरोना वायरस की लहर चिंताजनक रफ्तार से ऊपर जा रही है। चीन, साउथ कोरिया, हॉन्‍ग कॉन्‍ग, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, इटली... नए मामलों की संख्‍या कई गुना बढ़ चुकी है। हान्‍ग कॉन्‍ग में शुक्रवार को कोरोना मामलों की संख्‍या 10 लाख को पार कर गई। साउथ कोरिया से भी रेकॉर्ड संख्‍या में मामले सामने आए हैं। चीन में कोरोना से पिछले सालभर में पहली मौत दर्ज की गई है। वहां केसेज बढ़ने पर कई बड़े शहरों में लॉकडाउन कर दिया गया है। AFP का एक अनुमान बताता है कि फ्रांस, इंग्‍लैंड और इटली में पिछले हफ्ते के भीतर मामलों में 30% से ज्‍यादा की बढ़त देखी गई है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) ने कहा कि कोरोना आंकड़ों में यह उछाल 'टिप ऑफ द आइसबर्ग' है। WHO ने कोरोना की ताजा लहर के पीछे तीन प्रमुख वजहें गिनाई हैं।

1. 'स्‍टेल्‍थ' ओमीक्रोन की वजह से आया उछालओमीक्रोन स्‍ट्रेन का एक 'स्‍टेल्‍थ' सब-वेरिएंट सामने आया है। माना जा रहा है कि चीन में केसेज बढ़ने के पीछे यही हो सकता है। BA.2 कहे जा रहे इस सब-वेरिएंट के स्‍पाइक प्रोटीन में कई प्रमुख म्‍यूटेशंस नहीं हैं जिसके चलते यह रैपिड PCR टेस्‍ट्स की पकड़ में नहीं आता।

2. पाबंदियों का खात्‍मा और प्रोटोकॉल की अनदेखीकोरोना वायरस महामारी के चरम पर अधिकतर जगह लॉकडाउन रहा। केसेज बढ़ने पर दुकानें, रेस्‍तरां, कंपनियां, पार्क सबकुछ बंद कर दिया गया। लोग घरों के भीतर ही रहे। जब केसेज घटे और वैक्‍सीनेशन लेवल्‍स बढ़े तो दुनियाभर की सरकारों ने पाबंदियां हटानी शुरू कर दीं। WHO के अनुसार, कोविड मामलों में बढ़त और नए वेरिएंट्स सामने आने की यह भी एक वजह है।

3. वैक्‍सीन और वायरस के बारे में भ्रामक जानकारियांWHO ने कहा कि कोरोना वायरस और वैक्‍सीन को लेकर जानबूझकर या ऐसे भी, काफी झूठी बातें फैलाई जा रही हैं। ग्‍लोबल हेल्‍थ एजेंसी ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट्स जिनमें कहा गया है कि ओमीक्रोन के बाद महामारी खत्‍म हो जाएगी, अपने आप में समस्‍या समस्‍या है।

 

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