के मुताबिक, हाल ही में कृत्रिम सूर्य का तापमान, असली सूरज की तुलना में 10 गुना अधिक तक पहुंच गया. चीनी वैज्ञानिकों का कहना है कि कृत्रिम सूरज ने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. 10 सेकंड के लिए कृत्रिम सूर्य 16 करोड़ डिग्री सेल्सियस के तापमान पर भी पहुंच गया, यानी 10 सेकंड के लिए यह प्राकृतिक सूर्य के तापमान के 10 गुने से भी अधिक गर्म रहा. वहीं, 100 सेकंड तक यह 10 करोड़ डिग्री सेल्सियस के तापमान को बनाए रखने में सफल रहा.
चीन के पूर्वी अनहुई प्रांत में स्थित इस रिएक्टर को अत्यधिक गर्मी और शक्ति के कारण 'कृत्रिम सूर्य' कहा जाता है. इसे पिछले साल के अंत में तैयार किया गया था. सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपुल्स डेली ने कहा कि"परमाणु संलयन ऊर्जा का विकास न केवल चीन की रणनीतिक ऊर्जा जरूरतों को हल करने का एक तरीका है, बल्कि चीन की ऊर्जा और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के भविष्य के सतत विकास के लिए भी बहुत महत्व रखता है.
Pawan putra hanuman ki jai ,iss bir china bhasm srilanka ki tarah
Hamare modi ji china se bhi bda suraj banayege aur aage lekar jayege andhbhagto ki soch BycottGodiMedia
☠️☠️☠️
Whenever u tried to control the nature...it will come back as a destroyer...no more playing with universe.
सूर्य भगवान से इस बनावटी सूरज की कंपेयर करके आपने बेवकूफी का परिचय क्यों दे रहे हो दलालों|
Mrenge सुसरे ये सब कर कर के एक दिन!
Good
हमारा वाला से ज्यादा नहीं होगा 🤪😁 फेकने में सबसे तेज ऊर्जा 😁
Ye vesa hi hai jesa 2000 ke note mai chip
तो क्या भविष्य में ये 6 अरब वर्ष की आयु तक चलेगा, इसे ग्रहण लगेगा या नहीं और कितने ग्रह, धूमकेतु, खगोलीय पिंड इसकी परिक्रमा करेंगे और क्या ये 25 करोड़ वर्ष में हमारी मिल्कीवे की एक परिक्रमा करेगा?
Prkrti se chedkani mat kro. Pahly hi tumhari wajah se Pura mulk dukh paa rha h. Banana h to veg Khana Banao Apne ghro me. Tumhari ankhe to khulti nhi or suraj or Bana dala are Jo h usko to Puri ankhe khol Kar Dekh lo
If countries were to spend money on keeping their countries green by saving environment than it would have been wonderful rather they are competing for project to destroy the earth. China is leading country in damaging environment.
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