नई दिल्ली : भारत ने शुक्रवार को कहा कि चाबहार बंदरगाह परियोजना पर भारत और ईरान के बीच दीर्घकालिक समझौते को लेकर 'संकीर्ण दृष्टिकोण' नहीं रखा जाना चाहिए क्योंकि चारों ओर से जमीन से घिरे अफगानिस्तान, मध्य एशिया और पूरे क्षेत्र को इससे फायदा होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल की यह टिप्पणी भारत और ईरान द्वारा समझौते पर मुहर लगाने के बाद अमेरिका द्वारा प्रतिबंधों की चेतावनी दिये जाने के कुछ दिनों बाद आई है। भारत और ईरान ने सोमवार को 10 वर्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए जो चाबहार...
कनेक्टिविटी और व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया जा रहा है। जायसवाल ने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में मानवीय सहायता जारी रखने और अफगानिस्तान को आर्थिक विकल्प प्रदान करने के लिए चाबहार बंदरगाह संचालन के महत्व को रेखांकित किया है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री ने जो पहले कहा था मैं उसे दोहराना चाहूंगा कि हमें इस मुद्दे पर संकीर्ण दृष्टिकोण नहीं रखना चाहिए। भारत-ईरान की डील से भड़के अमेरिका ने दी प्रतिबंधों की धमकी, क्या वाकई बाइडेन लगा पाएंगे प्रतिबंध, समझेंपीओके में विरोध...
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