चंबल में इंसान ही नहीं, भैंसों का भी अपहरण कर फिरौती वसूली जाती है

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मध्य प्रदेश : चंबल में इंसान ही नहीं, भैंसों का भी अपहरण कर फिरौती वसूली जाती है MadhyaPradeshNews

चंबल के गांवों की पंचायतों में चोरी हुए मवेशियों का सौदा होता है, वापसी के एवज में कीमत की 25-30% राशि मिलती हैDainik Bhaskarइंसानों का अपहरण और फिरौती लेकर छोड़ने के किस्से तो बहुत हैं, लेकिन चंबल में भैंसों को अगवाकर फिरौती वसूली जाती है। यह आपराधिक ट्रेंड लंबे समय से इलाके में बेरोकटोक चल रही है। स्थानीय भाषा में इसे पनिहाई कहा जाता है। पनिहाई मतलब मध्यस्थों के जरिए एकमुश्त रकम लेकर चोरी गई भैंस को उसके मालिक तक पहुंचाना।यह भैंस की कीमत की 30 प्रतिशत तक होती है। मवेशी चोर, उनके दलालों और...

लेकिन रकम न देने से मामला अटका हुआ है।पोरसा क्षेत्र के सींगपुरा निवासी धारा कोरी की भैंस को अप्रैल में अज्ञात चोर घर के बाहर से खोलकर ले गए। धारा ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अंतत: उसने दलालों से संपर्क किया। इसके बाद कुखथरी के भुआ का पुरा गांव में पंचायत हुई और इन्हीं दलालों के माध्यम से उसने 20 हजार रुपए देकर 60 हजार रुपए की भैंस वापस मंगवाई।दो साल पहले मुरैना गांव के धर्मेंद्र किरार की 80 हजार रुपए की भैंस चोरी हुई। पता चला कि चोरी में दोन्हारी गांव के लोगों का हाथ है। इसके...

 

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