गैस की आंच और महंगी: एक साल में सिलेंडर 237 रुपए महंगा; फरवरी 2020 में 882 रुपए दाम थे तब सब्सिडी 301 रुपए थी

  • 📰 Dainik Bhaskar
  • ⏱ Reading Time:
  • 56 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 26%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

गैस की आंच और महंगी: एक साल में सिलेंडर 237 रुपए महंगा; फरवरी 2020 में 882 रुपए दाम थे तब सब्सिडी 301 रुपए थी LPGPriceHike GasCylinder LPGGAS

Cylinder Expensive By Rs 237 In A Year; In February 2020, The Subsidy Was Rs. 301 When The Price Was Rs. 882.एक साल में सिलेंडर 237 रुपए महंगा; फरवरी 2020 में 882 रुपए दाम थे तब सब्सिडी 301 रुपए थीदो माह में 200 रुपए बढ़े गैस सिलेंडर के रेट, जिले के 2.95 लाख उपभोक्ता प्रभावित

तेल कंपनियों की तरफ से खुले रूप से बगैर घोषणा के ही एलपीजी के दामों में बदलाव किया जा रहा है जिसके चलते जनवरी और फरवरी माह में सिलेंडर की कीमतों में सीधे ही 200 रुपए तक की बढ़ोतरी हो गई है। कीमतों में इस बढ़ोतरी के बीच सबसे अधिक परेशानी इस बात की है कि खातों में सब्सिडी आना भी बंद हो गई है। इस वजह से उपभोक्ता एजेंसी संचालकों से भी उलझ रहे हैं।

जनवरी माह में केंद्र सरकार द्वारा 50-50 रुपए प्रति सिलेंडर की दो बार बढ़ोतरी की गई। वहीं अब फरवरी माह में अब तक कीमतों में तीन बार बढ़ोतरी की जा चुकी है। फरवरी माह में भी क्रमश: 25-25 रुपए दो बार में और अब तीसरी बार में सीधे ही 50 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। हालांकि तेल कंपनियों की तरफ से इसके पीछे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बढ़ी हुई कच्चे तेल की कीमतों का हवाला दिया जा रहा है।

तेल कंपनियों की तरफ से लॉक डाउन से पहले एलपीजी की कीमतों में माह में एक बार बदलाव किया जाता था। पिछले साल केवल फरवरी माह में दो बार कीमतें बदली गई थी। अब पिछले कुछ माह से तेल कंपनियों की तरफ से बगैर किसी घोषणा के तेल की कीमतों की तरह ही एलपीजी की कीमतों में बदलाव किया जा रहा है। दिसंबर और जनवरी में दो बार और फरवरी में अब तक तीन बार कीमतों में बदलाव किया जा चुका है।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

केंद्रीय शासन गैस सिलेंडर के भाव इतने बढ़ा दिया कि , गरीबों को दिया केंद्रीय शासन ने फ्री चूल्हा सिलेंडर , गैस भराने के पैसे जनता के पास नहीं । घर में जगह रोकते हैं, गरीब के घर छोटे होते हैं। मध्यम वर्ग भी भाव से परेशान हैं। शासन समस्या सुलझाता है, बढ़ाता नहीं।

मुझे सिलिंडर 845 का पड़ा, और सब्सिडी के नाम पर सिर्फ 58 रुपये आये। मतलब 787 का सिलिंडर पड़ गया मुझे। इससे और कितना महँगा होगा।

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 19. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।