सौरभ वर्मा/रायबरेली: पूजा-पाठ से लेकर शादी-विवाह और किसी को गिफ्ट देने तक में फूलों का बड़ा महत्व है. इस वजह से सालभर फूलों की डिमांड बनी रहती है. कुछ फूलों की कीमत तो काफी महंगी भी होती है. कई फूल ऐसे भी हैं जिनका औषधियों के रूप में भी इस्तेमाल होता है. इनकी डिमांड को देखते हुए कई लोग बड़े पैमाने पर फूलों की खेती भी कर रहे हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं.
पूसा बहार: यह एक अफ्रीकी प्रजाति का गेंदा का फूल है. जिसके बीज की बुवाई के 95 से 100 दिन बाद पौधे में फूल आना शुरू हो जाते हैं. इसके पौधे की ऊंचाई 75से 85 सेंटीमीटर तक होती है और इसके फूल पीले रंग के और सघन होते हैं. यह जनवरी और मार्च के महीने में अधिक उत्पादन देने वाली प्रजाति है. पूसा दीप: यह फूल फ्रेंच गेंदा की प्रजाति का है, जो बीज रोपाई के 85 से 95 दिन में फूल देना शुरू कर देता है. यह प्रजाति उत्तरी मैदानी क्षेत्र के लिए सबसे उत्तम प्रजाति मानी गई है.
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