क्या होता है COVID-19 का ‘पीक’? समझें कब और कैसे आता है

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संक्रमण के दौरान अक्सर वैज्ञानिक पीक की बात करते हैं, यानी इसका मतलब है कि नए मामलों में स्थिरता आ गई है। अब नए संक्रमितों का ग्राफ ऊपर नहीं जाएगा।

भारत में कोरोना वायरस महामारी तेजी से फैल रही है। रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि नए मामलों के साथ देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तीस लाख के पार पहुंच गया। 16 दिन पहले ही यह संख्या 20 लाख के पार पहुंची थी। हालांकि अच्छी बात ये हैं कि देश में अब तक 22,80,566 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं, जिससे मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 74.

86 प्रतिशत रह गई है। इधर भारत में कोरोना मरीजों के बढ़ते रिकवरी रेट पर वैज्ञानिकों में इस बात पर बहस छिड़ गई है क्या भारत में कोरोना अपने पीक पर पहुंच गया है? आखिर कोरोना का पीक पर होना क्या होता है? विभिन्न रिपोर्ट्स में बताया गया कि जब वायरस अनियंत्रित तरीके से बढ़ता है तो हर दिन पिछले दिन से ज्यादा केस आते हैं और अधिक लोगों की मौत होती है। भारत में पीक की बात करें तो 16 अगस्त के मुकाबले 17 अगस्त को नए मामलों में कमी आई मगर 19 अगस्त को केस फिर बढ़ गए। इसलिए इसे पीक नहीं कह सकते हैं। पीक को...

 

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