Image caption48 सालों बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से एक बार फिर से 'ग़रीबी हटाओ' का नारा बुलंद हो रहा है- हां, इस बार इसे पार्टी 'न्याय' के नाम से पुकार रही है.
इसे ग़रीबी पर 'आखिरी प्रहार' क़रार देते हुए युवा नेता ने कहा कि इससे देश के पांच करोड़ परिवारों को या 25 करोड़ लोगों को ग़रीबी से बाहर निकाला जा सकेगा.कांग्रेस पार्टी के इस ऐलान पर हालांकि मीडिया और कई अर्थशास्त्रियों ने सवाल उठाए हैं. भारतीय जनता पार्टी तो ये कहकर मज़ाक़ भी उड़ा रही है कि कांग्रेस यही नारा बार-बार लगाती रहती है.
सुरजेवाला सवाल करते हैं,"अपनी 89 विदेश यात्राओं पर 2 हज़ार 10 करोड़ और अपने प्रचार-प्रसार पर पांच हज़ार करोड़ ख़र्च करनेवाले मोदीजी ये बताएं की वो न्याय के पक्षधर हैं या विरोधी, क्या वो देश के सबसे ग़रीब लोगों के रहन-सहन को बेहतर किए जाने की कोशिश के ख़िलाफ़ हैं?" नरेंद्र मोदी पर एक किताब लिख चुके नीलंजन मुखोपाध्याय कहते हैं,"पुलवामा, बालाकोट, पायलट अभिनंदन की वापसी जैसे मुद्दों की वजह चुनाव में बहस राष्ट्रवाद के मुद्दे तक सिमटती दिख रही थी, बीजेपी ख़ुफ़िया एजेंसियों की नाकामी पर सवाल उठाने तक को भारतीयता से जोड़ने में कामयाब दिख रही थी जो एक तरह से उसके लिए अच्छा था, क्योंकि उसे अलग-अलग मुद्दों से निपटने के लिए कई तरह की रणनीति नहीं बनानी पड़ती, लेकिन ये विपक्ष के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा था.
इसी बीच, भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा में अर्धसैनिक बल के क़ाफ़िले पर बड़ा हमला हो गया और पूरी बहस राष्ट्रवाद, पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते और उसे सबक़ सिखाने जैसे मुद्दे तक सीमित होने लगी.
In the name of this scheme there will be so many fake list of poor peolple and the money will go to congress SONIA ji and RAHUL
No way this is a gimmick
Not at all. 5 years work of modi had decided the mood of the country and modi is coming again
😂😂 good aye par charcha
Sabse badi cunauti to pappu cu....... Ki hai
Yes it will and the Congress will sweep poll with majority
कांग्रेस की आय पर ही चर्चा क्यों, देश के नेताओं की आय पर आयोग बैठा कर जांच आयोग जांच करे ईनकी आय का श्रोत कहां है। ऐक पार्षद जीत के बाद चार छः महिने मे न ई कार कैसे खरीद सकता है।
Puri ki puri Congress gadho ki party hai
नही पप्पु की बातो का कोई विश्वास नही करेगा ईच्छाधारी बाबा जो ठहरे
लगता है देश की गरीब जनता ने इस घोषणा को सीरियसली ले लिया है।
अगर सरकार बनी तो भी ये आत्मविश्वास नहीं हो पा रहा है कि आम जनता को स्वावलंबी बना पायेंगे बल्कि सब बोझ करदाताओं के सर पर मढ़ने की तैयारी है।
never
सायद भगवान को ही आना पड़ेगा कांग्रेस की सीट सिंगल डिजिट से डबल डिजिट में लाने के लिए
आय? ये भीख है। राहुल गांधी भारतवासीओंको भीखारी बनाना चाहता है। खुदकी शकल ऐसी है जैसे कोई पागल अस्पताल से भाग नीकला हो! खुद तो पागल, उसको सुनने वालों भी पागल। पूरी कोंग्रेस पार्टी पागलों की जमात है सिर्फ।
हुजुरेआला ने पहली बार सच बोला नशे के ऊपर जो कि बर्बाद कर देता है अब वो चाहें सत्ता का नशा हो सफलता का नशा हो जो कि अहंकार पैदा करता है अब समझदार को इशारा काफी है नासमझी में हुजूर अपने ही ऊपर बोल गए चौकीदार चौकीदार_चोर_है
एक बात तो साफ है कांग्रेस खुद कुछ सोच नही सकता ना ही नया बिचार ला सकता अब bjp की बिचार और सोच चुरा रहा है
बैसे राहुल जी के 55 लाख 9 करोड़ कैसे हो गए आय पर चर्चा होनी चाहिए
नेहरू जी के समय से सिर्फ नारा ही है कांग्रेस के शासन काल मै गरीबी एवं बेरोजगारी बढती ही गयी है
No
राहुल गांधी के - पछातीस अंक के बाद 'सुरजेबाला' का -'चूहेत्तर करोड़ ' । कांग्रेसी बनाने की इतनी चाहत तो किसी में नहीं 😆😆😆😆😆
If the discussion will start taking place which will be good for our healthy as well as developing nation to know where we exactly stand & what short of things we need to do to make it more effective & efficient at last!
Ye public he sabjanti he Ye sab lolipamp he
I don't think so
कांग्रेस ने यही नारा 1971में भी दिया था और जीत भी गई, तो अब दोबारा गरीबी हटाने की जरूरत क्यों पड रही है। मतलब गरीबी नहीं हटी,कांग्रेस ने गरीबों को तब भी सत्ता तक पहुंचने की सीढ़ी बनाया और इस बार भी यही दांव खेला जा रहा है। ऐसा करके इनकी आय में करोड़ों का इजाफा जरूर हो जाता है।
MdShahajada20 आय पर चर्चा भाजपा पर बहुत भारी पड़ने वाली है
RahulGandhi : Haan charcha to hogi hi Pappu ki 9 crors income ki...Jahan. Pe bina koi kaam Kiya Paisa double ho Jara h
एक तरफ राहुल गांधी अकेला दूसरी तरफ भाजपा और उसकी 30 पार्टियों की महा मिलवट NDA आज तक Zee news India tv ABP news Surriya tv Aarmi CBI ED चुनाव आयोग शेर इसे कहते हैं
खांग्रेसकी आय पर चर्चा जरूरी है।क्योंकि बिना कोई कार्य किए खर्बो रुपया ईक्कट्ठा किया है,15लाख तो सचमुच में उन खांग्रेसीओसे ही वसूलने है तभी देशवासियों को असली स्वाद आयेगा।
किसकी आय पर चर्चा ?
नो,सुपडा साफ हो जायेगा
बिलकुल नहीं क्योंकि मुफ्त्खोरी समाज को अपाहिज बनाती है ।
Ghanta
घंटा कोई चुनौती नहीं है।
होगा क्या हो गया अब देश की जनता की पहेली पसंद राहुल गांधी
Pappu ki sunta kon hain.... kapil sharma accha comedian hain maja ata hain show dekh ne ka ... uska matlab ye to nahi ki usko PM hi bana de.......
ई सब पागल है... खाता दे न पाए और पैसा देगा😀
यह सिर्फ दूसरे देश की मीडिया को दिखती है जबकि वास्तविकता ऐसा कुछ नहीं है
केवल तुकबंदी से काम नहीं चलता, जनता ठोस ऐक्शन चाहती
जो बकलोल पिछले 70 साल से सिर्फ लूट खसोट मचाया हो वो अब आय पर चर्चा कर रहा है
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