क्या चीन टकराव को टाल रहा है? या भारत पर काउंटर-अटैक के लिए सीक्रेट प्लानिंग में जुटा

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टकराव से चीन के बचने के पीछे तर्क IndiaChinaBorderTension

आंतरिक बहस से पब्लिक ओपिनियन बनाने में जुटा चीननेशनल डिफेंस का फोकस इस इलाके में शिफ्ट

एक तरफ जहां बीजिंग युद्ध के ढोल पीटता दिख रहा है, वहीं चीन के भीतर कई लोगों की राय है कि इस मोड़ पर चीन की भारत को लेकर नीति में मजबूती की कमी है और भारत के खिलाफ उसका सैन्य प्रतिरोध लगातार बेअसर होता दिख रहा है. मौजूदा टकराव पर भी वे तर्क देते हैं कि अगर दोनों देशों के नेतृत्व ने इस"संकट को एक अवसर" में बदलना चाहा तो अतीत की तरह फिर आम सहमति पर पहुंचा जा सकता है. इसके लिए मुद्दों को सुलझाने और आम सहमति पर पहुंचने के लिए दोनों देशों को आगे संवाद करते रहना होगा.अंतरराष्ट्रीय दबाव और चीन के अलग थलग हो जाने की चिंता, यह एक और अहम कारण है जो चीन को भारतीय दबाव के बावजूद सैन्य टकराव के रास्ते पर जाने से रोक रहा है.

इस पृष्ठभूमि में, LAC पर भारत की विशाल सैन्य तैनाती को लेकर चीनी सामरिक हलकों के बीच असहजता साफ दिखाई देती है. विभिन्न अवसरों पर इस बात को गंभीरता से नोट किया गया है कि भारत ने 200,000 से अधिक सैनिकों की कथित तैनाती सीमा पर कर रखी है. ऐसे में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच LAC पर अनुपात"4: 1, 5: 1 या संभवतः इससे भी अधिक" हो सकता है.

कुछ चीनी आर्टिकल्स में फ्रंटियर पर भारत की भारी सैन्य तैनाती और कठोर सर्दियां LAC पर बिताने के फैसले की तुलना स्वतंत्रता आंदोलन में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ असहयोग आंदोलन से की गई है. चीन में अवधारणा के मुताबिक भारतीयों की खुद को चाबुक मारने की प्रवृत्ति ने ब्रिटिश हुकूमत को असहज स्थिति में डाल दिया और वो भारत को आखिरकार स्वतंत्रता देने के लिए तैयार हो गए.

इसके अलावा, चीन-भारत सीमा टकराव में भारत की ओर से स्पेशल फ्रंटियर फोर्स का इस्तेमाल भी ऐसा मुद्दा है जो चीन के गले नहीं उतर रहा. चीनी रणनीतिकारों के बीच इस मुद्दे पर सर्वसम्मति यह लगती है कि"चीन के लिए नफरत पर आधारित प्रतिक्रियावादी बल", भारत के कृपापात्रों, को केवल शारीरिक रूप से समाप्त किया जा सकता है.”

पहला, लद्दाख में हवाई वर्चस्व को जब्त किया जाए, साथ ही इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल सिस्टम्स पर कब्जा किया जाए. भारत के कमांड नेटवर्क, एयर डिफेंस नेटवर्क , और एयर कमांड नेटवर्क को नष्ट किया जाए.

 

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सब हम से ही पूछलो औऱ तुम डिबेट डिबेट खेलों। TRP संग्रहण केंद्र।

China has bitten more than what it can Chew. The corrupt Chinese Generals have never been to war. This is first time they have confronted a determined professional Indian Army.... China 🇨🇳 has been sucked in this crisis of its own foolishness where its destruction is assured ?

Xi-jinping And His week third grade PLA Army only saying Chinees Language but do n't cross Loc

Hamaaraa desh hamesaa control main dusre hum pe attack karte hay. China agar war karegaa to nuksaan uski hogi aur anjaam nenhi hogi koun ki war praarambh hotaa hay kabhi khatam nehi hotaa

अपने मुंह मियां मिट्ठू हो रही सरकार

Bharat mata ki Jai

अमेरिकन इलेक्शन का नतीजा तक ताल मटोल चलती रहेगी।

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