लेकिन अप्रैल में कोरोना वायरस की दूसरी भयावह लहर के कारण न केवल इस रिकवरी पर ब्रेक लगा है बल्कि पिछले छह महीने में हुए उछाल पर पानी फिरता नज़र आता है. रेटिंग एजेंसियों ने अपनी भविष्यवाणी में बदलाव करते हुए भारत की विकास दर को दो प्रतिशत घटा दिया है.
मुंबई में ही चर्चित किताब "बैड मनी" के लेखक और अर्थशास्त्री विवेक कौल कहते हैं कि अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र पर इस लहर का असर पड़ेगा, चाहे वो ऑटो सेक्टर हो, या रियल एस्टेट, या बैंकिंग, एयरलाइंस, पर्यटन या फिर मनोरंजन.वो कहते हैं, ''सेंटर फ़ॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी' के आंकड़ों से पता चलता है कि 31 मार्च तक बेरोज़गारी 6.5 प्रतिशत थी, यह 18 अप्रैल तक 8.4 प्रतिशत तक बढ़ गई है.
उनके बयान के अनुसार, "उद्योग प्रति माह राजस्व में 15 हज़ार करोड़ रुपये कमा रहा था, लेकिन स्थानीय प्रतिबंधों के साथ लगभग 50% राजस्व में गिरावट आई है."महाराष्ट्र में सरकारी प्रबंधों के कारण वाहनों के कारख़ानों में उत्पादन 50-60 प्रतिशत कम हो गया है. देश में वाहनों का सबसे अधिक प्रोडक्शन महाराष्ट्र में है. इकनोमिक टाइम्स अख़बार के मुताबिक़ वाहन उत्पादन में इस कमी से रोज़ाना 100 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हो रहा है.
हॉस्पिटैलिटी उद्योग में पिछले साल से अब तक अगर किसी की कमाई बढ़ी है तो वो घर पर खाना डिलिवर करने वाले लोग हैं. इनमें जोमैटो और स्विगी सब से आगे हैं. मिंट अख़बार के मुताबिक़ सॉफ्टबैंक स्विगी होम डिलीवरी कंपनी में 450 मिलियन डॉलर का निवेश करने जा रहा है.पिछले साल कोरोना की लहर के शुरुआत में देश भर में लॉकडाउन लगाते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, 'जान है तो जहान है'.
अर्थ व्यवस्था 2020था तब भी दौड़ी आज भी दौड़ रही तब जो पाया लाकडाउन से नही तो मंदी इंवेंटरी भरी थी आज योरप अमरिका मे डिमांड और चल्ला काम धड़ाधड़ ये तो हब दल चाह कर रहे मोदी पूरी मिडिल क्लास हरडल जितना कमजोर हो शासक अमीर सुखी उतना!
तुम्हारी अफ़वाहों की वजह से लॉकडाऊन लग रहे हैं और मजदूरों का पलायन हो रहा है
तुम अपनी रंडिओ को बोलो अब नाचने के लिए । शायद कोरोना भाग जाए ।
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »