कोविड संकट: क्या सरकार की आलोचना से देश की छवि बिगड़ती है

  • 📰 द वायर हिंदी
  • ⏱ Reading Time:
  • 48 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 22%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

कोविड संकट: क्या सरकार की आलोचना से देश की छवि बिगड़ती है CovidCrisis ModiGovt Opposition Criticism कोविडसंकट मोदीसरकार विपक्ष आलोचना

सरकारों के खेल भी निराले होते हैं! खासकर नाकाम सरकारों के. इसे यूं समझ सकते हैं कि इन दिनों के हमारे सत्ताधीश विपक्ष में हुआ करते थे तो इनकी कारस्तानियों से निपटती-निपटती थक जाने वाली सरकारें इन पर देश तोड़ने की कोशिशों का ‘महाभियोग’ लगाकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री मान लेती थीं. शायद उन्हें लगता था कि इसके बाद जनता खुद इनसे निपट लेगी.

इस ‘जवाब’ से थोड़ा बहुत सहमत हुआ जा सकता था, अगर कांग्रेस के किसी नेता या प्रवक्ता ने विदेश जाकर किसी मंच से या कहीं विदेशियों को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही होतीं, जिससे लगता कि वह देश के अंदरूनी तौर पर विभाजित होने का संदेश दे रही है. ऑस्ट्रेलिया के एक अखबार ने तो यहां तक लिख डाला था कि अहंकार, अंधराष्ट्रवाद और अयोग्य नौकरशाही ने भारत को तबाही के गर्त में धकेल दिया है, जबकि दूसरे अखबार के कार्टूनिस्ट ने भारत को कोरोना से परास्त हाथी के रूप में चित्रित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उस पर बैठकर भाषण देते दिखाया था.

यहां सवाल उठाया जा सकता है कि तब क्या देश की छवि की चिंता की ही नहीं जानी चाहिए? जवाब है- जरूर की जानी चाहिए, लेकिन इससे पहले ठीक से समझ लेना चाहिए कि वास्तव में वह कैसे खराब होती है? गत 21 जून को 85 लाख लोगों को टीके लगाए गए तो उसे ‘महारिकॉर्ड’ बताया गया. प्रधानमंत्री खुद कई बार टीकाकरण को टीकोत्सव करार दे चुके और ‘दुनिया के सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान’ को लेकर अपनी छाती 56 इंच से भी ज्यादा चौड़ी कर चुके हैं.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Ji bilkul

Chhavi achhi hogi tab na bigde gi

rpuni नहीं अगर ऐसा है तो सबसे ज्यादा बीजेपी कोंग्रेस की आलोचना करती थी खुद की सरकार बनने से पहले क्या तब देश नही था और सरकार किसी की भी हो देश से बड़ी नही हो सकती..

पृथ्वी में बहुत सरे देश है ,जिससे तुलना की जाती है ,अगर तुलना नहीं होती, तब बात अलग होती, अगर किसी गलत निति, सोच से छवि धूमिल होती है तों ,होती ही होगी !

बिकाऊ मीडिया व बिकाऊपत्रकारिता देश और दुनिया के लिए एक दीमक जिसे ढंग से नकेल लगाए जाने की जरूरत हे,ये विकाऊ मीडिया विदेशी फ़नडींग ले देश को बदनाम करने मे लगी हुयी हे जो देशहिट जनहित के लिए घातक हे,ये मीडिया देशविरोध को लोकतन्त्र अभिव्यक्ति की आजादी बता देशद्रोह को बढाबा दे रही हे

बिल्कुल भी नहीं, क्योंकि दुनिया भारत और मोदी सरकार में अंतर अच्छी तरह जानती है।

Indeed, School Drop out and Fake degree , VISA Ban of a decade, damages Nation's image.

वर्तमान सरकार मे बैठे लोग पिछली सरकार का आलोचना करके ही सत्ता में आये है

कभी नहीं

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 3. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

खतरे की घंटी : घातक साबित हो रहा है डेड वायरस, बढ़ रही है मरीजों की संख्याकोरोना से स्वस्थ होने के बाद लोगों को सांस लेने, थकान व ह्रदय संबंधी समस्याएं देखने को मिल रही हैं, लेकिन अब कई ऐसे मरीज Dr_VinBlas3 Jaldi se 5 follower krwa. Do ye?
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

शतक: देर से आ सकती है Corona की तीसरी लहर - ICMR की स्टडी का दावाएक ही परिवार में 3 हत्याओं से थर्राया यूपी में गाजियाबाद का लोनी इलाका, कपड़ा व्यापारी के घर पर हुआ हमला. अज्ञात हमलावरों ने कपड़ा व्यापारी रियाजुद्दीन के घर पर बोला धावा, अंधाधुंध फायरिंग में रियाजुद्दीन और 2 बेटों की मौत. देश में पिछले 24 घंटे में सामने आए 46 हजार 148 नए कोरोना केस. जुलाई अंत तक 12 से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण संभव, जायडस कैडिला के टीके का ट्रायल लगभग पूरा. देर से आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर, कोविड वर्किंग ग्रुप के अध्यक्ष ने कहा - ICMR की स्टडी में किया गया है दावा. देखें शतक आजतक. जब ..भीड़ में भाव खिलेंगे.. तभी .. सूक्ष्म जीव को अस्तित्व मिलेंगे..☄️
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

कोरोना वैक्सीनेशन में अव्वल है चीन, 118 करोड़ से अधिक दी जा चुकी है खुराकें2019 के अंत में पहला कोरोना संक्रमण का मामला चीन में ही आया था और मात्र दो-तीन महीनों के भीतर ही इसने पूरी दुनिया को संंक्रमित कर दिया। 11 मार्च 2020 को प्रकोप को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया। Ha toh bhai corona se pehle inke pas vaccine aa gai thi.. और मददगार कितनी साबित हुई ? चीन एक झूठा और फर्जी देश है, उसकी सभी बाते झूठी है अतः उसकी कोई खबर नहीं छापे।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

टोक्यो ओलंपिक: नीरज चोपड़ा से क्यों है पदक की उम्मीद - BBC News हिंदीअगर नीरज चोपड़ा अपना वर्तमान रिकार्ड थ्रो 88.07 मीटर ही दोहरा दें, तो उनसे टोक्यो ओलंपिक में पदक की उम्मीद की जा सकती है. Kyonki wo khel raha hai
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

एफएटीएफ: पाकिस्तान की मुसीबत बढ़ने वाली हैपाकिस्तान छद्म युद्ध के जरिये घाटी में निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर भारत को लगातार चोट पहुंचा रहा है..
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

Coronavirus LIVE News: 'कोरोना के अलग-अलग वेरिएंट्स से बचा सकती है Covaxin की बूस्‍टर डोज'कोविड-19 वायरस के 'डेल्‍टा प्‍लस' वेरिएंट को लेकर भले ही खूब हल्‍ला मचा हो, मगर केंद्र सरकार के अनुसार अभी इसके बारे में किए गए दावों का वैज्ञानिक आधार नहीं है। नीति आयोग के सदस्‍य डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि अभी तक इसका साइंटिफिक डेटा नहीं है कि डेल्टा प्लस वेरियंट ज्यादा तेजी से फैलता है या बीमारी को ज्यादा गंभीर करता है। न ही इसके कोविड वैक्सीन को बाईपास करने की बात सामने आई है। केंद्र के मुताबिक, यह वेरिएंट देश के 12 राज्‍यों में मिला है। दूसरी तरफ, मॉडर्ना के टीके को भारत में लगाने की मंजूरी दे दी गई है। यह देश में उपलब्‍ध होने वाली चौथी कोरोना वैक्‍सीन होगी। हालांकि एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल मॉडर्ना की वैक्‍सीन भारत आने के आसार बेहद कम हैं। आइए देखते हैं कोरोना वायरस से जुड़े ताजा अपडेट्स।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »