इस स्थिति में बदलाव होगा। इस बदलाव की उम्मीद एक वायरोलॉजिस्ट की कोशिशों से जगी है। इस महिला वायरोलॉजिस्ट ने अपने बच्चे को जन्म देने से महज कुछ घंटे पहले तक लगातार काम करके भारत का पहला वर्किंग टेस्ट किट तैयार किया है।
मायलैब की प्रत्येक किट से 100 सैंपलों की जांच हो सकती है। इस किट की कीमत 1200 रुपये है, जो विदेश से मंगाए जाने वाली टेस्टिंग किट के 4,500 रुपये की तुलना में बेहद कम है। मीनल ने बीबीसी को बताया, 'यह आपातकालीन परिस्थिति थी, इसलिए मैंने इसे चैलेंज के तौर पर लिया। मुझे भी अपने देश की सेवा करनी है।' इस किट को परखने के लिए भेजे जाने से पहले टीम ने इस अलग-अलग मापदंडों पर कई बार जांचा परखा ताकि इसके नतीजे सटीक निकलें।
शुरुआत में, भारत में केवल उन लोगों के टेस्ट किए गए जो हाई रिस्क वाले देशों की यात्रा से लौटे थे या फिर किसी संक्रमित मरीज या मरीज का इलाज कर रहे स्वास्थ्यकर्मी के संपर्क में आए थे। कोरोना वायरस के संक्रमण के लिए टेस्टों की बढ़ती संख्या से निश्चित तौर पर मदद मिलेगी। लेकिन भारत में नाममात्र की स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए विश्लेषक तत्काल जांच की संख्या बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण की जांच बढ़ने की स्थिति में अगर कोरोना वायरस से पॉजिटिव लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी तो उन्हें अस्पताल में दाखिल कराना चुनौती होगी। यह मॉलिक्यूलर डायगनॉस्टिक कंपनी, एचआईवी, हेपाटाइटिस बी और सी सहित अन्य बीमारियों के लिए भी टेस्टिंग किट तैयार करती है। कंपनी का दावा है कि वह एक सप्ताह के अंदर एक लाख कोविड-19 टेस्ट किट की आपूर्ति कर देगी और जरूरत पड़ने पर दो लाख टेस्टिंग किट तैयार कर सकती है।मायलैब की प्रत्येक किट से 100 सैंपलों की जांच हो सकती है। इस किट की कीमत 1200 रुपये है, जो विदेश से मंगाए जाने वाली टेस्टिंग किट के 4,500 रुपये की तुलना में बेहद कम...
मीनल के मुताबिक, 10 वैज्ञानिकों की उनकी टीम ने इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए काफी मेहनत की। अपनी बेटी को जन्म देने से महज एक दिन पहले, 18 मार्च को उन्होंने टेस्टिंग किट की परख के लिए इसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को सौंपा। भारत सरकार के इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च ने मायलैब किट को सही ठहराया है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च के अधीन काम करती है। आईसीएमआर ने कहा कि मायलैब भारत की इकलौती कंपनी है जिसकी टेस्टिंग किट के नतीजे 100 प्रतिशत सही हैं।भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने वाले टेस्ट बेहद कम हुए हैं। यहां प्रति दस लाख लोगों में महज 6।8 लोगों के टेस्ट किए गए हैं, जो दुनिया भर के देशों में सबसे निम्नतम दर...
BjP4Rew PMOIndia drharshvardhan जय विज्ञान जय वैज्ञानिक
PMOIndia drharshvardhan बहुत खबरे देख चुके हैं टेस्टिंग किट के तैयार होने की। अब किसको भारत रत्न दिया जाए 🤔🤔
PMOIndia drharshvardhan देवी स्वरूपा मीनल दखावे भोसलेजी आप को नमन 🙏 करता हूं
PMOIndia drharshvardhan 👏👏👏👍🌹🌹
PMOIndia drharshvardhan जन्म लेने वाली कन्या महान आविस्कारक वनेगी हार्दिक शुभकामना
PMOIndia drharshvardhan जय हो बहुत ही सराहनीय काम किया
PMOIndia drharshvardhan बहुत बहुत आभार
PMOIndia drharshvardhan लेकिन अप्रूवल मिलते मिलते बच्ची स्कूल जाने लगेगी
PMOIndia drharshvardhan Salute to you 🙏🙏🙏
PMOIndia drharshvardhan ab bolo ~ ladka chahye ya ladki ,ladke k chah mei na jane kitni ladkiya paida hone s pehle h katal kr dii jati hai
PMOIndia drharshvardhan बहुत ही सरहनीय कदम सलाम ऐसे जाबाज को
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