हटाए गए टीका विशेषज्ञ ने कहा, अमरीका की सर्दी आधुनिक इतिहास की सबसे स्याह सर्दी होगीअमरीका के एक पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी ने अमरीकी संसद से कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से अमरीका में इस बार की सर्दी आधुनिक इतिहास की सबसे स्याह सर्दी हो सकती है.
उन्होंने कहा कि उन्होंने सबसे पहले जनवरी में मेडिकल साधनों की कमी की बात उठाई थी और स्वास्थ्य विभाग के सर्वोच्च स्तर तक मुद्दे को उठाया मगर कोई जवाब नहीं मिला. उन्होंने समिति से ये भी कहा कि जनवरी में आए एक ईमेल को वो कभी नहीं भूलेंगे, जो एक फ़ेस मास्क प्लानर ने भेजा था और उसमें मास्क की गंभीर किल्लत को लेकर आगाह किया था.
मर मर कर मर रहे हैं मजदूर, शराब के साथ ही जहर की भी दुकानें खुलवा दे सरकार
सुझाव तो स्वागत योग्य है, पर केवल रोकने से ही प्रवासी रुक जाते? उन्हें खाने पीने ठहरने की व्यवस्था भी चाहिए,राज्य कहते हैं सैटंर ब्यवस्था का पैसा नहीं दे रहा है?टैक्स की कमाई, फणड, डयूटी, सभी साधन सैंटर के पासअगर पैसा नहीं देंगे ,केवल ब्यान से काम चलेगा?जनता सब समझती है,।
Nice order
Sahi planning nhi ki ab pura desh pareshan hotha hai age aur acche din anewale hai
If possible ask the migrant workers Will they vote the same person whom they voted earlier? Atleast these elected members may realise for further and do something for them.
Sarkar kuch nhi kar rhi garib ghar Kaise jaye paise nhi hai unke pas
Ye kaam ka hoga jab sab log apne apne ghat tak pahuch jaiyega tab kya🤷♂️🤷♂️🤷♂️💔💔
Wah nhi nhi wah... 😂😂
लेकिन ये व्यवस्था सिर्फ न्यूज चैनल और नेताओं के भाषणों में होता है रोड और पटरियों पर पैदल चल रहे मजदूरों के लिए नहीं उन्हें बस आत्मनिर्भर बनने के लिए छोर दिया जाता है
42 day.
अब नींद खूली पर इतने दिनों से व्यवस्था क्यो नही किए जबकी कितनें बेमौत मर गए
Unko Hawaii jahaj se bheja jaega?
गाँवों में प्रधानी के चुनाव की घोषणा करा दीजिये -- कोई भूखा नहीं रहेगा ---
और विदेश से आए प्रवासी भारतीयों को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जाएं...........है न मजेदार
Yes
बीबीसी जेहादी न्यूज क्यो दुःखी है मुझको तो समझ नही आया एक भी बंगलदेशी, रोहांगिया, घुसपैठिया कही नहीं गया जितने भी प्रवासी श्रमिक लोग पैदल, ट्रक, ट्रेन या निजी वाहन से अपने अपने प्रदेश मे लौट रहे है वे ज्यादातर हिन्दू है रोहिंगिया, बांग्लादेशी को सरकार बैठाकर भोजन खिला रही है
Responsible is State government who are not allowing rail entry in their state like West Bengal, Jharkhand, Chhattisgarh & Rajasthan.. They have allowed only limited train which is not sufficient for labourers. Govt must take strong decision for immediate solutions. Stop Politics
पहले जो करता था मोदी ही करता था पहली बार सिर्फ राज्यों पर ही जिम्मेदारी 'फेंक' दी गई है लग रहा है कि देश में राज्य सरकारें भी होती हैं
सरकार ने मजदूरों के लिये रहने खाने ओर घर पहुंचाने की उचित व्यवस्था की होती तो मजदूर सड़क पर पैदल नही निकलाता सरकार की घोर लापरवाही से व्यवस्था नियंत्रण से बहार है
मतलब कि मजदूरों की मृत्यु ही चाहते है वोह
एक बार फिर यही साबित हो रहा है कि वर्तमान भारत सरकार का ध्यान पूरी तरह से इस समस्या को समझने में शुरूआत से नाकाम रही है। पूरा ध्यान सेन्सेक्स पर बाहरी निवेश पर था यही वजह रही कि हम घर की असलियत उसके रंगरोगन में छिपाते रहें हैं। बहुत देर हो गई अब......सरकार।
तुम्हारी फ़ाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है,,,
Kaash waah waah kane se gadha ghoda banjata, to aaj ye din na dekhna parta
अब रहने दो गरीबों को कितना मूर्ख बनाओगे। ५० दिन बाद भी बेचारे भूखे प्यासे, नगे पाव जा रहे। राजनीति की दलदल ने उनके जीवन को झागझोर कर रख दिया, अब उन्हें किसी पे भरोसा नहीं। भरोसा है तो खुद पर जब तक सांस चल रही, आगे बढ़ रहे और सैकड़ों तो दर्दनाक मौत का सिकार हो चुके। 😢😥
यानी कि अब आत्मनिर्भर बनने पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है
जबान हिलाने से हो जाता है क्या ?
👍👍
ये प्रवासी मजदूर मजबूर क्यू है
देश में नेता की कमी हैं, नहीं तो सारे लोग संसद के पास एकत्र हो कर केहते'हल्ला बोल' ?
ndtv ki rajmata ne aadesh diye hai ki thumko shirf majhdurou kei baareeein meee bathana haaiii ye humaaare vothuers bannenge.. my reaction: 🔔
न नौ मन चावल होगा न राधा गवने जाएगी
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