दायर कर इस प्रथा को रोकने की मांग की है। साथ ही याचिका में केंद्र, राज्य व स्थानीय स्तर पर तीन स्तरीय पैनल का गठन कर गरिमापूर्ण तरीके से शवों का निपटान सुनिश्चित करने की मांग की गई है।
याचिका में गंगा नदी को एक पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र घोषित करने की मांग की गई है और इसे संरक्षित करने की मांग की गई है। इसके अलावा याचिका में अथॉरिटी को नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को शुद्ध और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के लिए निर्देश देने की भी मांग की गई है।
UPGovt PMOIndia ICMRDELHI MoHFW_INDIA cleanganganmcg अब आ गए ना असलियत पर की गंगा में शव बहाने की प्रथा है सदियों से। ये जो दलाल और बिकाऊ मीडिया जैसे NDTV , बरखा दत्त , राजदीप और ग़द्दार कांग्रेसी अजेंडा चला रहे थे की सरकार ने फेंक दिए शव वो सब झूठ था।
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।