कैमरे के सामने बनते देखिए नकली मावा:लेखक: विक्रम सिंह सोलंकीदीपावली फेस्टिवल सीजन शुरू होते ही बाजार में मावे की मांग अचानक बढ़ गई है। बाजार में मांग को पूरा करने के लिए नकली मावा बाजार में बेचा जा रहा है। बड़े मुनाफे के चक्कर में बड़ी तादाद में मिलावट की जा रही है। यह इतना खतरनाक है कि धीमी मौत दे रहा है और किडनी और लीवर तक असर कर रहा है। जयपुर समेत आसपास के जिलों में बड़ी तादाद में नकली मावा सप्लाई किया जा रहा...
इस पर दैनिक भास्कर ने पड़ताल की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। जयपुर के आसपास में नकली मावा तैयार करने वालों का बड़ा नेटवर्क है। इन गांवों में एक या दो नहीं बल्कि 300 से ज्यादा भटि्टयां हैं। बस आपको अपनी डिमांड रखनी है। टीम ने जब 100 किलो मावा की डिमांड रखी तो 1 घंटे में ही यह नकली मावा तैयार कर सप्लाई करने का दावा किया गया।
इन गांवों में अधिकांश घरों में भटि्टयां हैं। यहां तक पहुंचना किसी खतरे से कम नहीं था। कई फैक्ट्री गांव से दूर जंगलों में बनी हैं। यहां एक साथ 15 से ज्यादा भटि्टयों पर मावा तैयार किया जा रहा था।टीम जब गांव पहुंची तो नकली मावा बनाने वाले एक कारीगर ने चौंकाने वाले खुलासे किए। कारीगर ने बताया कि फेस्टिवल में मावा की इतनी डिमांड बढ़ जाती है कि नकली मावा तैयार करना पड़ता है। बाहर से 15 दिन पहले ही कारीगर ठेके पर बुलाने पड़ते हैं। अधिकतर भटिटयों पर इन दिनों नकली मावा ही बनाकर बेचा जा रहा...
मावा की डिमांड बढ़ने पर दूध की सप्लाई नहीं हो पाती है। इसके लिए पहले 10 किलो दूध से 100 किलो दूध तैयार किया जाता है। इसके बाद इससे नकली मावा तैयार करते हैं। गांवों में पकड़े जाने का भी डर नहीं होता है। टीम आती है तो सब सैटल हो जाता है।इस कारोबार से जुड़े एक कारीगर ने नकली मावा को लेकर बड़े खुलासे किए। यहां तक कि उसने नाम और पहचान न बताने की शर्त पर नकली मावा कैमरे के सामने बनाकर बताया। उसने बताया कि सामान्य तौर पर 10 किलो दूध में एक पाउडर मिलाकर उस दूध को 100 किलो बनाया जाता है। कढ़ाई में दूध डालने...
कारीगर ने टीम के सामने 2 मिनट में नकली मावा बनाकर दिखा दिया। उसने बताया कि एक किलो दूध में 100 ग्राम मावा निकलता है, लेकिन नकली मावा 300 ग्राम तक बना देते हैं। जब उससे पूछा कि 100 किलो मावा की डिमांड कितने दिन में पूरा कर देते हैं तो कारीगर ने बताया कि कुछ ही घंटे में 100 किलो तक मावा तैयार कर बाजार में सप्लाई कर दिया जाता है।कारीगर ने टीम को बताया कि सामान्य दिनों में उनके यहां रोजाना करीब 100 किलो की खपत रहती है, लेकिन दिवाली पर इसकी खपत 5 गुना तक बढ़ जाती है। करीब 500 किलो तक मावा की सप्लाई...
vikramkarauli PoliceRajasthan Haan ye video dikha ke aur logo ko bhi sikha do 😒
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