देश प्रेम का जज्बा कुछ ऐसा होता है कि एक बार शहीद हो जाने के बाद जवान बार-बार इसी धरती पर जन्म लेकर देश के लिए शहीद होने की तमन्ना रखते हैं। दिल्ली-एनसीआर में भी कई ऐसे युवा रहे हैं जिन्होंने हंसते-हंसते देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। ऐसे शहीदों के परिजन भी मजबूत दिल के होते हैं, वो अपने परिवार के बाकी सदस्यों को भी फौज में शामिल करने की इच्छा रखते हैं। कारगिल के युद्ध में एक ऐसा ही जवान शहीद हुआ था, उसका नाम था कैप्टन विजयंत...
विजयंत की पढ़ाई डीयू से हुई थी। विजयंत का नाम भारतीय सेना के गौरवशाली टैंक विजयंत के नाम पर रखा गया था। विजयंत के नाम पर गुरुनानक देव खालसा कॉलेज ने अपने एनसीसी विभाग का नाम विजयंत रखा। देश का मस्तक गर्व से ऊंचा करने वाले इस वीर की गाथा की चर्चा यहां के एनसीसी विभाग ने भी की है। विजयंत यहां की एनसीसी के सदस्य थे।कारगिल युद्ध के समय उन्होंने कहा था कि अगर प्रभु ने अगले जन्म में इंसान बनाया तो मैं फिर भी भारतीय सेना ज्वाइन करूंगा और दुश्मनों से लड़ूंगा। इनसे हमें सीखना है। आने वाली पीढिय़ां गर्व...
विजयंत अपनी टुकड़ी और घायलों को लेकर सुरक्षित जगह पर पहुंचे। 19 लोगों के साथ तोलोलिंग नाले की तरफ से दुश्मनों के पीछे गए और फिर उनके बीच से निकलकर अपनी कंपनी से मिले। इसी दौरान सूबेदार मानसिंह को एक गोले का हिस्सा लगा। वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इससे नॉल पहाड़ी पर नेतृत्व का पूरा जिम्मा विजयंत के कंधों पर आ गया। उन्होंने यह जिम्मेदारी अच्छे से निभाई।विजयंत ने 28-29 जून 1999 की दरम्यानी रात में नॉल पहाड़ी पर तिरंगा लहराया। इसके बाद थोड़ा आगे बढ़े तो दुश्मनों की मशीनगन गोलियां उगल रहीं थीं, लेकिन...
आइएमए में स्वीमिंग में गोल्ड मेडल लेकर आया था। वह चुनौतियों स्वीकार कर जीत कर दिखाता था। एक बार चंडीगढ़ में कर्नल थापर ने उससे कहा कि आप स्वीमिंग पूल में पचास की लेंग्थ नहीं कॉस कर सकते, इस पर रॉबिन ने कहा कि चुनौती मत दीजिए। उसने पचास से ज्यादा लेंग्थ पूरी की। तृप्ता कहती हैं कि कोई भी काम हो उसे ईमानदारी से करना चाहिए। जज्बा होना चाहिए। तभी तो विजयंत के कदम बढ़ गए तो रुकने वाले कहां थे। महज 22 साल की उम्र में नॉल पहाड़ी पर दुश्मनों की गोलियों की बौछारों के बीच भारत को जीत दिलाई। शहीद विजयंत का...
adgpi PMOIndia DefenceMinIndia जय हिंद 🇮🇳🙏
adgpi PMOIndia DefenceMinIndia पहले तिलक एक हाथ से लगता था अब हजारों हाथ तिलक लगाने को तैयार।
adgpi PMOIndia DefenceMinIndia 🙏🙏🙏🙏🙏
adgpi PMOIndia DefenceMinIndia Meerut में खंड शिक्षा अधिकारी की फर्जी नियुक्ति की जांच करने वाला कोई नही रिस्वत दे देकर अधिकारी बन गया अब रिस्वत देकर 2007 से मेरठ में रुक हुआ है स्कूलों से मोटी कमाई जो हो रही है 1 नं का रिस्वत खोर है स्कूल टीचर को परेशान करता है, यूनिफार्म भी अपने लोगो से बटवाता है,
जय हिंद।। 🇮🇳🇮🇳🙏🙏
🇮🇳 Dear Brother, we owe you forever for your sacrifice. Aapki life misaal hai. 🙏
जय हिंद
🚩नमन🇮🇳
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »