से ज्यादा का वक्त हो चुका है, लेकिन अधिकारियों ने नया पद ग्रहण करने में कोई रुचि नहीं दिखाई है। जिन अधिकारियों का नाम पदोन्नति सूची में शामिल था, उनमें से करीब 70 फीसदी अधिकारी ज्वाइन करने के लिए आगे नहीं आ रहे। इनमें डायरेक्टर और अंडर सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी शामिल हैं।
अब एक सप्ताह बाद जब ज्वाइनिंग करने वाले अधिकारियों की सूची जांची गई तो आला अफसर हैरान रह गए। अधिकांश अफसरों ने पदोन्नति वाली जिम्मेदारी लेने में कोई रुचि नहीं दिखाई। नतीजा, डीओपीटी को कठोर शब्दों में एक नया आदेश जारी करना पड़ा। इसमें कहा गया है कि एडहॉक पदोन्नति देने का कोई मतलब होता है। एडहॉक पदोन्नति वाले अफसरों को नए पद के अनुसार बढ़ी हुई सेलरी और भत्ते मिलते हैं। हालांकि यह नियमित पदोन्नति नहीं होती है, इसलिए ज्यादातर अधिकारी इसे स्वीकार करने में आनाकानी करते हैं। इसकी अवधि भी कोई ज्यादा लंबी नहीं होती। इन अफसरों को 30 जून 2021 तक यह पदोन्नति मिलेगी। इस बीच उस पद पर अगर कोई नियमित दावेदार आ जाता है तो पदोन्नति प्राप्त अधिकारी को पहले वाले पद पर आना पड़ेगा।एडहॉक पदोन्नति वाले अफसरों को नए पद के अनुसार बढ़ी हुई सेलरी और भत्ते मिलते हैं। हालांकि यह नियमित पदोन्नति नहीं होती...
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।