केंद्र की बजाय क्या एमपी की राजनीति में सक्रिय रहना चाहते हैं शिवराज?

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शिवराज मध्य प्रदेश में विपक्ष की भूमिका अच्छे से निभाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद पार्टी नेतृत्व ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जून में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया तो लगने लगा कि उनकी भूमिका बदलने वाली है. संकेत मिले कि पार्टी चाहती है कि वह राज्य से निकलकर राष्ट्रीय राजनीति करें. बीजेपी की राष्ट्रीय राजनीति में उनकी और जिम्मेदारी बढ़ाते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने छह जुलाई से शुरू हुए सदस्यता अभियान का राष्ट्रीय प्रभारी भी बनाया.

मगर, शिवराज सिंह चौहान की मध्य प्रदेश में सियासी सक्रियता बताती है कि वह राष्ट्रीय नहीं, राज्य की राजनीति ज्यादा पसंद करते हैं. हालांकि इससे पार्टी के कुछ नेता असहज भी बताए जाते हैं. पार्टी के अंदरखाने चर्चा है कि मध्य प्रदेश में सत्ता चली जाने के बाद बीजेपी नेतृत्व शिवराज के अनुभव का उपयोग राष्ट्रीय अभियानों में करना चाहता है. मध्य प्रदेश में दूसरे कतार का नेतृत्व भी बीजेपी तय करना चाहती है. मगर .

दरअसल, बीते 27 अगस्त को मध्य प्रदेश के शिवपुरी के पिछोर गांव में शिवराज सिंह चौहान ने किसान आक्रोश रैली की. सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानों के साथ शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी के एक अन्य राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के साथ मिलकर धरना-प्रदर्शन किया. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने अन्य पार्टी नेताओं के साथ गिरफ्तारी भी दी. शिवराज सिंह चौहान का कहना था कि कमलनाथ सरकार में किसानों की खराब हुई फसल का ठीक से जायजा नहीं लिया जा रहा है.

किसानों के नुकसान की भरपाई सरकार करने में रुचि नहीं ले रही है. इस रैली में शिवराज सिंह चौहान एंग्री यंगमैन अवतार में दिखे. हालांकि पार्टी के कुछ नेताओं का मानना है कि इस समय सदस्यता अभियान को ज्यादा गति देने की जरूरत थी. ऐसे में शिवराज सिंह चौहान का धरना-प्रदर्शन के लिए उतरने से कार्यकर्ताओं की ऊर्जा बंटती है. हालांकि बीजेपी के कुछ नेताओं का कहना है कि शिवराज सिंह चौहान ने सत्ता छोड़ी है, संघर्ष करना नहीं. जरूरी मुद्दों पर हमेशा मध्य प्रदेश की जनता के साथ खड़े रहने को वह फर्ज समझते हैं.

 

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शिवराज सिंह जी दोनो जगह मेनेजमेंट करे अच्छी बात ओर क्षमता भी है ।एम पी तो उनकी धड़कन है।

शिव राज जी आपका शासनकाल बहुत सुन्दर और आच्छी सोच का प्रतिक है/ लेकिन ऊसके बिच मे कोई न कोई कमी रह गई होगी जिसके फलस्वरूप आपको ये रुप मिला अथार्त आपकी छवि सच्ची है कर्म आच्छे है तो ये रावण राज को समाप्त करे गे और शिव राज को प्राप्त करेगे जय हिन्द

Yes

तो क्यों ना मामा को विपक्ष मे ही फिक्स कर दिया जाए, इस से 2 फायदे है, सरकार पर दबाव बना रहे गा, और दूसरा जनता के काम भी होते रहे गे...!! मामा मे ने सही कहा ना...!! ChouhanShivraj OfficeOfKNath

मध्य प्रदेश जन्म भूमि है

येदुरप्पा जी से कुछ सीखो । ठान लो कर लो मान जाओ।

Acha ton Kamal Nath jo kamm kr rehe ah unka kya

Dubara CM banane ka sapana dekh rahen hain

बेशक

Of course, because no one is calling him to center, lol

Acha hi h

बिल्कुल

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