कृषि सुधारों के समर्थन में जुटेंगे एक लाख किसान, शेतकारी संगठन के अध्यक्ष ने किया दिल्ली में किसान रैली का एलान

  • 📰 Dainik Jagran
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 14%
  • Publisher: 53%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

कृषि सुधारों के समर्थन में जुटेंगे एक लाख किसान, शेतकारी संगठन के अध्यक्ष ने किया दिल्ली में किसान रैली का एलान FarmLaws agriculturelaw

दिल्ली में मंगलवार को एक प्रेसवार्ता में शेतकारी संगठन के अध्यक्ष घनवट ने कहा कि सुधार की प्रक्रिया को रोकना कतई उचित नहीं है। पुरानी व्यवस्था लागू रखना किसानों के हित में नहीं है।न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी की मांग को भी गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे किसानों का नुकसान ही होगा। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में सुधार के पक्ष में एक लाख किसानों की रैली कर जल्द ही सरकार को अपनी ताकत दिखाएंगे। इसमें देशभर के किसान शामिल होंगे। घनवट ने पत्र लिखकर एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट से समिति की सिफारिशों...

आत्महत्याएं करते रहे हैं। छोटे गरीब किसानों को कुछ नहीं मिल पाया है। एक सवाल पर किसान नेता ने कहा, 'घरेलू बाजार में कीमतें बढ़ती हैं तो निर्यात रोक दिया जाता है। आयात बढ़ाकर कीमतों को नीचे कर दिया जाता है। किसानों के साथ यह अन्याय है। देश को कृषि नीति की जरूरत है। किसानों को सब्सिडी नहीं, तकनीकी और मंडी के कानूनों से आजादी चाहिए।'घनवट ने कहा कि देश में सोयाबीन, मक्का, पाम आयल समेत कई उत्पादों का आयात होता है, जो जीएम टेक्नोलाजी से उत्पादित किए जाते हैं। घरेलू किसानों को ऐसे बीजों से...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Kaam karo apna

संवैधानिक दृष्टि से कृषि केन्द्र या राज्य किसका विषय है? सुनिश्चित हो समूचे देश में खेती किसानी उत्पादन विपणन के भिन्न-भिन्न तौर तरीके हैं राज्य ही इस हेतु किसानों के अनुरूप नियमन लाए आज कृषि फसलों के विविधीकरण, स्थानीय स्तर पर रूप परिवर्तन इकाईयों को स्थापित करने की आवश्यकता है

मोदी सरकार को हटाने के लिए ये अगले चुनाव ऐसा ही करते रहेंगे।यह किसानों की आड में विपक्ष का षड्यंत्र है, अगर किसान गरीब है तो साल भर से सडक पर बैठ कर कैसे अपना जीवन यापन कर रहा है।कुछ लोग गरीबों का उत्थान व देश के विकास से भयभीत हैं, इसलिए देश में अस्थिरता पैदा कर रहे हैं।

Kisan name badnam matt kro ye sb desh dhoroi h

बहुत देर जनाब आते आते

बिल्कुल कर सकते हैं रैलियां..! लेकिन रैलियां कितने महीनों के लिए..? भूख हड़ताल वगैरह वगैरह का आइटम रखना.. अच्छा होगा अवाम तो साथ हैं ही मोईजी के साथ है न् संसार के सबसे लोकप्रिय शख्सियत 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣😁😁😁😁😁😁😉😅😇😇😇😇😇😇

👏👏👏👏

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 10. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

लखनऊ में किसान महापंचायत आज, कई राज्यों से बड़ी संख्या में पहुंच सकते हैं किसानसंयुक्त किसान मोर्चा ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि क़ानून वापसी के ऐलान के बावजूद उनका आंदोलन जारी रहेगा. देश को बचाने के लिए अंग्रेजों का विरोध करना जरूरी है क्योंकि ये सरकार निजी क्षेत्र के हाथों में है आज लखनऊ में किसानों का रैला आएगा और ढोंगी बाबा चूहें के बिल में छिपा मिलेगा. Has anyone seen God? * Are God and Jesus the same? * Was he Jesus who Rose from the Tomb? Read the pious book, 👉'Way_of_Living'👈, It has been received by people living in every nook & corner of the globe.👇FREE!👇
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

लखनऊ में महापंचायत, किसान संगठनों के फिलहाल कदम पीछे खींचने के आसार नहींलखनऊ में हुई किसान महापंचायत में किसानों ने कहा कि खेती के काले क़ानून वापस करना ही काफ़ी नहीं है, जब तक एमएसपी गारंटी क़ानून नहीं बनता और पहले से तैयार किसान विरोधी विधेयक रद्द नहीं किए जाते तब तक उनका आंदोलन चलता रहेगा. लखनऊ की किसान महापंचायत में बड़ी तादाद में किसान जुटे. खेती के नए कानून वापस लेने के प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद यह किसानों की पहली महापंचायत थी.संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल तमाम संगठनों के किसान यहां पहुंचे.पंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की मांगें हैं कि काला कृषि कानून वापस हो, एमएसपी गारंटी कानून बने, बिजली संशोधन विधेयक वापस हो, बीज विधेयक का ड्राफ्ट रद्द हो, पराली जलाने को अपराध से बाहर करें और दस साल से पुराना ट्रैक्टर चलाने की छूट हो. फैल है Jitega rashtr......harega ahankaar 🇮🇳🙏
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

उत्तराखंड में भी कदम पीछे खींचने के मूड में सरकार, देवस्थानम अधिनियम की वापसी के संकेतअब उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम की वापसी पर बीजेपी सरकार मंथन कर रही है. माना जा रहा है कि पुष्कर धामी सरकार साधु-संतों की नाराजगी को दूर करने के लिए देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम की वापसी का कदम उठा सकती है. imkubool लेन देन की सरकार , पहिले जबरन देना और फिर वापस लेना इसमे ही 7 साल बरबाद किये ।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

कृषि क़ानूनों की वापसी के बाद CAA के ख़िलाफ़ प्रदर्शन की तैयारी - BBC News हिंदीतीन कृषि क़ानूनों की वापसी के बाद नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर चुके संगठन अब वापस इसके ख़िलाफ़ आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. Jksoniias BKhurkhuria shyamkhurkhuria zeerajasthan_ 1stIndiaNews News18Rajasthan AbotiPrashant DmNagaur माननीय मुख्यमंत्री महोदय ashokgehlot51 की बजट घोषणा के विरूद्ध झूठे शपथ पत्रों के आधार पर पत्रकार कॉलोनी, नागौर में आवंटित प्लॉट न. 04 रद्द कीजिए ShrawanRamChau2 जी? ऐसी तोड़ी जाएगी इस बार की हर कोई आगे से प्रदर्शन शब्द तक भूल जाएंगे। मंशा साफ है.. किसी भी तरह भारत को अशान्त रखना है... दंगे कराने है !!!
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

त्रिपुरा: अभिषेक बनर्जी के दौरे से पहले टीएमसी नेता हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ़्तारतृणमूल कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई की युवा शाखा की सचिव सायानी घोष को पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी के दौरे से पहले हिरासत में लेने के बाद गिरफ़्तार किया गया. टीएमसी का कहना है कि राज्य में आगामी निकाय चुनावों से पहले सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी और कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है.
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

लखनऊ में किसान महापंचायत, इन 6 मांगों पर अड़े किसानलखनऊ। तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने का ऐलान किए जाने के बाद अब किसान अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर अड़ गए। आंदोलन कारी किसान आज लखनऊ में महापंचायत कर रहे हैं।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »