कानपुर: गांव पहुंचते ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चूम ली मिट्टी, बोले- यहीं से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 47 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 22%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

अपने गांव परौंख पहुंचे राष्ट्रपति कोविंद RE

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज अपने गांव पहुंचे. उनके गांव का नाम परौंख है, जो यूपी के कानपुर देहात में पड़ता है. राष्ट्रपति कोविंद रविवार को जैसे ही अपने गांव पहुंचे तो हेलीपैड पर ही उन्होंने अपने गांव की जमीन को चूमा. इसे देखकर वहां मौजूद सीएम योगी, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उनके सुरक्षाकर्मी भी भावुक हो गए. खुद राष्ट्रपति भी गांव की जमीन पर पैर रखते ही भावुक हो गए. इसी गांव में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को हुआ था.

यहां पहुंचने के बाद राष्ट्रपति ने ट्वीट किया,"मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं. मेरे लिए परौंख केवल एक गांव नहीं है, ये मेरी मातृभूमि है, जहां से मुझे, आगे बढ़कर, देश-सेवा की सदैव प्रेरणा मिलती रही." उन्होंने आगे लिखा,"मातृभूमि की इसी प्रेरणा ने मुझे हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट से राज्यसभा, राज्यसभा से राजभवन और राजभवन से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा दिया." उन्होंने कहा,"मैंने सपने में भी कभी कल्पना नहीं की थी कि गांव के मेरे जैसे एक सामान्य बालक को देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा. लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने ये कर के दिखा दिया."

In a rare emotional gesture, after landing at the helipad near his village, Paraunkh of Kanpur Dehat district of Uttar Pradesh, President Ram Nath Kovind bowed and touched the soil to pay obeisance to the land of his birth.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

rmee culture ka pegam he jo hame hamare purvajo se mila

Dramebaazi mei jawab nahi.

उत्तर प्रदेश चुनाव नजदीक है। तो गांव की याद तो आनी ही है, अभी देखिए उत्तर प्रदेश के दौरे पर कौन कौन आयेगा 😏

Nautanki, has he done anything for his village

इसे कहते हैं राष्ट्र प्रेम

Jo lady ki death hui hai..uska kya ? Humein to apne tour ki padi hai. Aur kisi law mein itni himmat hai jo president ko punishment de sake. Hum to baadshah hai iss desh ke... bahut jald yeh taaj bhi chala jayega.

जय भारत जय गरीब जय संविधान

मोदी की नक़ल करता है नकलची

गए तो थे स्पेशल ट्रेन से वहां से गाडियो का काफिला था जिसमे एक महिला की मौत भी हो गई ।अब ये हेलीकॉप्टर कहाँ से आ गया। गोदी मीडिया। नोटंकी में राष्ट्रपति भी पीछे नही है। लगता है up election में राष्ट्रपति की भी भूमिका होने वाली है। जय किसान।जय भारत।

Jay hind

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

गांव पहुंचते ही भावुक हुए राष्ट्रपति कोविंद, झुककर जन्मभूमि को किया नमन, माथे पर लगाई माटीराष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं. मेरे लिए परौंख केवल एक गांव नहीं है, यह मेरी मातृभूमि है. मैंने सपने में भी कभी कल्पना नहीं की थी कि गांव के मेरे जैसे एक सामान्य बालक को देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा, लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने यह कर के दिखा दिया. Apne village ki mitti ko naman krne se ab anti bjps ko pareshani hogi Kya ho rah hi सब ड्रामेबाज हैं इसमें
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

यूपीः कोरोना की 'सुनामी' में हर गांव में कम से कम हुईं 10 मौतें- BJP नेता का दावाभाजपा नेता राम इकबाल सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने महामारी की पहली लहर से सबक नहीं लिया और इस वजह से दूसरी लहर में बड़ी संख्या में संक्रमितों की मौत हुई। यही सच है।। गलत क्या है सच ही तो बोला
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

भास्कर की खबर का असर, देखें VIDEO: बेतिया में जहां 5 गांव के लोगों को रस्सी के सहारे बाढ़ का पानी पार करना पड़ा था, अब 2 दिन में बन गई कामचलाऊ सड़कबेतिया में भास्कर की खबर का असर हुआ है। भास्कर ने 22 जून को खबर प्रकाशित की थी कि किस तरह से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर रस्सी के सहारे एक गांव से दूसरे गांव में जाने को मजबूर हैं। यह मामला चनपटिया प्रखंड के जैतिया पंचायत के पिपरा गांव वार्ड नंबर 5 का था। इस खबर को संज्ञान में लेते हुए बेतिया डीएम कुंदन कुमार ने सड़क की मरम्मत करने का निर्देश ठेकेदार को दिया। | Bettiah News; Temporary road built at Pipra in Narkatiaganj after bhaskar news R/Sir & Medam l have need 4/5lack rupees to build a house .Plz give me. I am poor men. India government not help me. Plz help me. MOHAN Kumar Mo.+917-696631463. A/c 31784355553 sbi bank India.i hope help you. दिल्ली_UP_पड़ाव_का_चौथा_दिन संविदा_नहीं_स्थाई_कंप्यूटर_शिक्षक राजस्थान सरकार कम्प्यूटर शिक्षा का महत्व और बेरोजगारों व बच्चों का दर्द समझो। जागो सरकार जागो। लगे रहो लोकतंत्र वही ही होता है जहाँ सरकार मीडिया से डरती रहे।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

गांव पहुंचते ही भावुक हुए राष्ट्रपति कोविंद, झुककर जन्मभूमि को किया नमन, माथे पर लगाई माटीराष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं. मेरे लिए परौंख केवल एक गांव नहीं है, यह मेरी मातृभूमि है. मैंने सपने में भी कभी कल्पना नहीं की थी कि गांव के मेरे जैसे एक सामान्य बालक को देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा, लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने यह कर के दिखा दिया. Apne village ki mitti ko naman krne se ab anti bjps ko pareshani hogi Kya ho rah hi सब ड्रामेबाज हैं इसमें
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

राष्ट्रपति का कानपुर दौरा LIVE: महामहिम से बिना अप्वॉइंटमेंट मिलने पहुंचीं मेयर प्रमिला को सिक्योरिटी ने लौटाया; HBTU के VC से मिले राष्ट्रपति कोविंदराष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 6वीं बार कानपुर दौरे पर हैं। शनिवार को तय कार्यक्रम के तहत सर्किट हाउस में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनों से मुलाकात कर रहे हैं। इसी कड़ी में एचबीटीयू यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ शमशेर सिंह से मुलाकात की। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि यूनिवर्सिटी का इतिहास 100 साल पुराना है। इसको सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाया जाए। | President Ramnath Kovind Kanpur Visit: Today Ramnath Kovind will meet his Closest 78 People during Kanpur Visit
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

राष्ट्रपति के क़ाफ़िले के कारण फँसी बीमार महिला की मौत पर कानपुर पुलिस ने माँगी माफ़ी - BBC News हिंदीपुलिस के मुताबिक़, सुरक्षा की दृष्टि से ट्रैफ़िक को ज़रुरत से ज़्यादा समय के लिए रोका गया और इसके लिए ज़िम्मेदार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. ये कैसा vip स्कोर्ट है किसी एक व्यक्ति के लिए जान चली गयी शर्म आनी चाहिए ऐसे पुलिस व्यस्था पर ।। माफी मांगने से क्या वो वापिस जिंदा हो जायेगी 😢 Sham on you 👎👎 Jaa humara desh ka hall phala galti kro fr sorry shammm on yrrr😔
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »