कांग्रेस से छीनी थी हैदराबाद सीट, 3 दशक से है औवेसी का कब्जा– News18 हिंदी

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6 बार ये सीट कांग्रेस के खाते में जा चुकी है. लेकिन फिलहाल कुछ वक्त से कांग्रेस इस सीट का पाने में नाकाम रही है asadowaisi INCIndia BJP4India nasirhindustan

हालांकि इस बार ऐसी चर्चाएं थी कि कांग्रेस इस सीट को दोबारा से पाने के लिए क्रिकेटर अजहरउद्दीन को हैदराबाद से उतार सकती है. लेकिन हाल ही में घोषित की गईं टिकटों में हैदराबाद से किसी फिरोज खान को टिकट दिया गया है. इस बारे में एएमयू के प्रोफेसर एसएम हक़ का कहना है, हैदराबाद में औवेसी परिवार की एक पहचान है. दूसरे असदउद्दीन औवेसी जिस तरह से मुसलमानों के मुद्दों पर जिस तरह से बोलते हैं वो उन्हें देशभर में एक पहचान दिलाता है.

जिसका फायदा उन्हें हैदराबाद में भी मिलता है. दूसरा ये कि औवेसी की टक्कर हैदराबाद में अब बीजेपी से है. 2014 के चुनावों में भी आप देखेंगे कि उनकी जीत के बावजूद उन्हें बीजेपी उम्मीदवार से खासी टक्कर मिली थी. इसलिए सीट तक पहुंचना कांग्रेस के लिए अभी भी मुश्किल दिख रहा है. डॉ. बीअर आंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और राजनीति के जानकार डॉ. अरशद बताते हैं कि 1951 में पहले चुनाव हुए थे. तब से लेकर 1980 में हुए सातवें आम चुनाव तक कांग्रेस ने ये सीट सात में से छह बार जीती थी. 1971 में मेलकोटे ने तेलंगाना प्रजा समिति से चुनाव लड़कर ये सीट जीती थी.

इसके बाद तो मानों इस सीट के सियासी समीकरण ही बदल गए. 1984 में इस सीट पर पहली बार ओवैसी परिवार सुल्तान सलाहुद्दीन ने निर्दलीय लड़कर जीते थे. इसी बीच एआईएमआईएम का गठन हो चुका था और 1989 में सलाहुद्दीन ने एआईएमआईएम से चुनाव लड़ा और फिर दूसरी बार जीत हासिल की. इसके बाद वह एआईएमआईएम से 1991, 1996, 1998 और 1999 में इस पर से लगातार जीतते रहे. उम्र के साथ सेहत ने साथ नहीं दिया तो

 

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asadowaisi INCIndia BJP4India nasirhindustan I think Hyderabad seat should be reserve for Asad Owaisi 😃 Jeetega kaun Asad se? Kitney bhi chowkidar laga lo 😂😂😂

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