कहानी उत्तर प्रदेश की: किस्सा उस युवा चेहरे का... जिसका रवींद्रनाथ टैगोर से रहा नाता... पर राजनाथ के सामने न लड़ने का फैसला पड़ा भारी

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किस्सा उस युवा चेहरे का... जिसका रवींद्रनाथ टैगोर से रहा नाता... पर राजनाथ के सामने न लड़ने का फैसला पड़ा भारी UPElections2022

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कुंवर ज्योति प्रसाद का विवाह तत्कालीन कपूरथला स्टेट से आई पामेला देवी से हुआ। इन दोनों से एक बेटा हुआ, जिनका नाम रखा गया जितेंद्र प्रसाद। पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए जितेंद्र प्रसाद ने भी राजनीति में कदम रख दिया और 70 के दशक में कांग्रेस पार्टी में आ गए। 1970 में जितेंद्र प्रसाद को पहली बार राजनीतिक पहचान मिली, जब वह उत्तर प्रदेश विधानपरिषद के सदस्य बने। 1971 लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के कद्दावर कांग्रेसी हेमवती नंदन बहुगुणा ने उन्हें शाहजहांपुर की सीट से मैदान में उतार दिया और जितेंद्र...

सितंबर 1996 से लेकर मार्च 1998 तक सीताराम केसरी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। 1998 का वह दौर जब एक ओर सोनिया गांधी सक्रिय राजनीति में आना चाहती थी तो दूसरी ओर केसरी के समर्थक सोनिया को आने से रोक रहे थे। वहीं, एक धड़ा केसरी को अध्यक्ष पद से हटाना चाहता था। इस धड़े में जितेंद्र प्रसाद का भी नाम शामिल था। 1998 में लोकसभा चुनाव हुए और सीताराम केसरी को प्रचार से दूर रखा गया। सोनिया गांधी ने पूरी तरह से कमान संभाली। 16 फरवरी से 28 फरवरी तक तीन चरणों में चुनाव संपन्न हुए और किसी भी पार्टी को...

 

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ये हवा के साथ है जिस दिन तूफ़ान आएगा ये हवा भी नही रहेंगे 👍 इन्हें कांग्रेस ने विरासत में युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय ओहदा, फिर सांसद फिर केंद्रीय मंत्री बनाया था

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