कमजोर हुई संसद की इमारत, केंद्र ने SC को बताया क्यों जरूरी है नए भवन का निर्माण

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 52 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 24%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

केंद्र ने कहा कि वर्तमान संसद भवन का निर्माण 1921 में शुरू हुआ था और 1937 में पूरा हुआ. यह लगभग 100 साल पुरानी है और एक हेरिटेज इमारतों में ग्रेड-आई दर्जे की बिल्डिंग है (mewatisanjoo)

केंद्र सरकार की 20000 करोड़ रुपये लागत की प्रस्तावित सेंट्रल विस्टा परियोजना मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर परियोजना की जरूरत की दुहाई देते हुए इसका बचाव किया. केंद्र ने कहा कि लगभग 100 साल पुराना संसद भवन अपनी उम्र के संकेत दे रहा है. ये इमारत कई सुरक्षा मुद्दों का सामना कर रही है जिसमें गंभीर आग और भूकंप जैसी मानव निर्मित और प्राकृतिक सुरक्षा भी शामिल है.

इसलिए, यह संकट और अधिक उपयोगिता के संकेत दे रहा है. केंद्र ने कहा कि संसद भवन की इमारत जगह की कमी के साथ साथ सुविधाओं और तकनीकी मामलों में वर्तमान आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम नहीं है. अदालत को केंद्र सरकार ने बताया कि अभी 51से ज्यादा मंत्रालय अलग-अलग जगह हैं. कई के विभाग किराए के मकानों में चल रहे हैं. हजार करोड़ रुपये सालाना तो उनका किराया ही जाता है. ऐसे में एक ही जगह सारे मंत्रालय, सचिवालय हो जाएं तो बहुत बढ़िया होगा. इसे देखते हुए सरकार संसद भवन की नई इमारत बनाना चाहती है. सरकार ने यह भी तर्क दिया कि पुरानी इमारत 100 साल पुरानी हो चुकी है, ऐसे में कई खतरे भी हमेशा बने रहते हैं.

बता दें कि सेंट्रल विस्टा में संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, उत्तर और दक्षिण ब्लॉक की इमारतें, जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की इमारतें हैं. केंद्र सरकार एक नया संसद भवन, एक नया आवासीय परिसर बनाकर उसका फिर से विकास करना चाह रही है, जिसमें प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति के अलावा कई नए कार्यालय भवन होंगे. केंद्रीय लोक निर्माण विभाग यानी CPWD पहले भी हलफनामा देकर कह चुका है कि संसद की मौजूदा इमारत सुरक्षा मानकों पर खरा नहीं उतरती है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

mewatisanjoo सही कहा वाकई कमजोर हुई संसद

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

टाइम कैप्सूल क्या है, जिसे राम मंदिर में डाले जाने की बात हो रही हैअयोध्या के राम मंदिर की नींव में जिस टाइम कैप्सूल को डाले जाने का दावा किया जा रहा है, वो क्या होता है? Fake story hai जैसे 2 हजार के नोट में चिप था ठीक वैसे ही कुछ है Did not get your point
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

दुनिया में सबसे तेज स्पीड से भारत में फैल रहा है कोरोनाIndia News: Coronavirus in India: भारत में मंगलवार लगातार छठा ऐसा दिन रहा जब कोरोना वायरस के 45 हजार से ज्‍यादा नए मामले आए। इसी दौरान 35,176 मरीज डिस्‍चार्ज भी हुए जिससे रिकवरी रेट बेहतर होकर 64.23% हो गया है। जब अनियंत्रित आबादी, मरती नदियां, जहरीले वायु प्रदूषण पर इंसान कुछ नहीं बोलता तो संक्रमण की गति से चौंकता क्यों है कई अति वशिष्ट महानुभाव कह चुके हैं करोना से ज्यादा बड़ी आपदा है जनसंख्या जिस पर मीडिया सरकार एनजीओ सभी रहस्यमय तरीके से चुप
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

फ्यूचर ग्रुप में हिस्सेदारी खरीद सकती है रिलायंस, कंपनियों के शेयर में उछालफ्यूचर ग्रुप में हिस्सेदारी खरीद सकती है रिलायंस, कंपनियों के शेयर में उछाल Reliance MukeshAmbani futuregroup Corporate business Sir Koi positive latest update in reliance and future group deal
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

खुशखबरी : दिल्ली में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के नए मामलों में बड़ी गिरावटकुछ दिन पहले तक कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही दिल्ली से डरा देने वाले आंकड़े आ रहे थे. लेकिन अब जो खबरें आ रही हैं वो राहत वाली हैं.  दिल्ली में बीते 24 घंटों में कोरोना के नए मामलों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.  सिर्फ 613 नए मामले सामने आए हैं.  26 मई के बाद सबसे कम नए मामले आए हैं Kejriwal hai to mumkin hai इससे अभी ख़ुश होने की ज़रुरत नहीं, अभी आगे और अधिक सावधानी बरतें केजे.!! India's best state govt CMODelhi regulated by ArvindKejriwal 🥰 only focus on solutions
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

कुलभूषण जाधव मामला: पाकिस्तान सरकार ने संसद में अध्यादेश पेश कियाकुलभूषण जाधव मामला: पाकिस्तान सरकार ने संसद में अध्यादेश पेश किया Pakistan KulbhushanJadhav ICJ India PMOIndia ImranKhanPTI PMOIndia ImranKhanPTI modi ji isko wps le kr aao apne desh
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

कुलभूषण जाधव केसः ICJ के फैसले के मद्देनजर पाकिस्तानी संसद में अध्यादेश पेशगत 20 मई को अधिनियमित ‘ अंतरराष्ट्रीय अदालत समीक्षा एवं पुनर्विचार अध्यादेश 2020' के तहत सैन्य अदालत के फैसले की समीक्षा के लिए एक याचिका इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में एक अर्जी के माध्यम से अध्यादेश जारी होने के 60 दिन के भीतर दायर की जा सकती है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »