दाखिल करने के लिए कहा है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शुक्रवार को सुनवाई करते हुए इस मामले पर केंद्र सरकार को सोमवार तक अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। अगली सुनवाई 30 मार्च को होगी
याचिका लद्दाख निवासी मुस्तफा एमएच की ओर दायर की गई है । याचिकाकर्ता की ओर से पेश वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े ने कहा कि याचिकाकर्ता के कुछ रिश्तेदार गत वर्ष दिसंबर में ईरान गए थे। मार्च के पहले हफ्ते में याचिकाकर्ता के रिश्तेदार को लौटना था लेकिन कोरोना वायरस के कारण वो ईरान में फंस गए हैं। याचिका में ईरान में फंसे 850 लोगों को वहां से निकालने की गुहार लगाई गई है।
इस तरह से उन्हें साथ रखना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा है। लिहाजा केंद्र सरकार द्वारा यह सुनिश्चित कराया जाना चाहिए कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की दिशा निर्देशों के तहत इन सभी को एकांतवास में रखा जाए।विस्तार याचिका लद्दाख निवासी मुस्तफा एमएच की ओर दायर की गई है । याचिकाकर्ता की ओर से पेश वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े ने कहा कि याचिकाकर्ता के कुछ रिश्तेदार गत वर्ष दिसंबर में ईरान गए थे। मार्च के पहले हफ्ते में याचिकाकर्ता के रिश्तेदार को लौटना था लेकिन कोरोना वायरस के कारण वो ईरान में फंस गए हैं। याचिका में ईरान में फंसे 850 लोगों को वहां से निकालने की गुहार लगाई गई है।
Mat Lana un logo ko phle apni desh mai majdur logo ko dekho Jo aap bhuk se lad rhi hai
इन लोगों की वापसी होती है, तो भारत को तबाही से ईश्वर भी नहीं बचा सकता है। विदेश लोग अपने फायदे के लिए जाते हैं। देश के आम लोगों के लिए नहीं ,तो ऐसे लोगों की कीमत पर देश में ही रहने वालों के जीवन से खिलवाड़ क्यों
पहले भारत मे नजर डालो
पहले मेरे देश का मजदूर घर जाएगा। सुप्रीम कोर्ट गरीबों के नाम पर अंधा हो जाता है क्या ?
SC kyo aisi petition ko sun kar aur sarkar ko notice de kar , aise samay me sarkar ka kaam badha raha hai, appeal seede govt ko kyo nahi dete, agar possible hoga to vo karegi।
देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है, कोरोना वायरस विदेश से आ रहे यात्रियों द्वारा भारत में आया, सरकार से अनुरोध है कृपया किसी भी व्यक्ति को इस समय विदेशों से न लाया जाय अपितु विदेशी सरकारो की मदद ली जाय SupremeCourtFan barandbench HMOIndia PMOIndia DrSJaishankar कोरोनावायरस
इनको घर कौन पहुंचाएंगा ? यहां किसी की नजर नहीं जाती । इनके साथ कोरोना तो नहीं है ।
Kamal ho gya supreme court ki yachika news bn gyi or sadak bhukhe log fuse ho gye salam h aise media ko
इरान में ही रहने दिया जाए इधर बीमारी फैलायेगा
भारत सरकार को पुरजोर तरीके से विरोध करना चाहिए ! क्योंकि यह वही कौम है ! जो देश में सरकार के निर्देषो का खुले आम विरोध करने के लिए नमाज के नाम पर मस्जिदों में जमा होकर वायरस फैला रहे है ! इरादे खतरनाक है !
अब प्रधानमंत्री जी से अपील कोई भी विदेश से भारत नहीं आयेगा प्लीज_प्लीज
सुप्रीम कोर्ट द्वारा याचिकाकर्ताओं और उनके हिमायतियों को ही यह जिम्मेदारी सौंप दी जानी चाहिए। सरकार द्वारा अन्य सभी सपोर्ट दिया जाए। इरान से आने वाले सभी लोगों के लिए 60 दिनों तक अलग-थलग रखने की व्यवस्था में आने वाले खर्च का आधा हिस्सा याचिकाकर्ताओं द्वारा वहन किया जाए
850 लोगों के लिए 130 करोड़ जनता की जान जोखिम में क्यों डलवा रहे हो ..? जो जहा है वंही ही रहेगा ..?
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