शाश्वत सिंह/झांसी. बुंदेलखंड क्षेत्र अपनी पानी की कमी और सूखे के लिए जाना जाता है. यहां खेती करना काफी मुश्किल होता है. ऐसे में मछली पालन करना तो लगभग नामुमकिन माना जाता है. लेकिन, एक तरीका ऐसा है जहां बिना तालाब के भी मछली पालन किया जा सकता है. बायो फ्लाक विधि से मछली पालन करके बुंदेलखंड के लोग कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. यह एक ऐसा तरीका है जहां बेहद कम जगह में मछली पालन किया जा सकता है. बायो फ्लॉक बनाने के लिए की लोहे शीट लगती है.
रोहू, कतला जैसी प्रजातियां इस तरीके से नहीं पाली जा सकती हैं. इस तरीके से मीठे पानी में पलने वाली मछलियों को आसानी से पाला जा सकता है. तिलापिया, कार्प, मगूर, अनाबास और पंगेशियस जैसी विभिन्न मीठे पानी की मछली प्रजातियों को बायो फ्लाक प्रणाली से पाला जा सकता है. हर साल 4 लाख रुपए तक होगा मुनाफा डॉ. इकबाल ने बताया कि बायो फ्लाक प्रणाली से आम तौर पर एक साल में दो बार मछली उत्पादन किया जा सकता है. लेकिन, बुंदेलखंड में साल में एक ही बार उत्पादन किया जा सकता है.
मछली पालन की बायो फ्लाक विधि मछली पालन की बायो फ्लाक विधि की खासियत Fish Farming Bio-Floc Method Of Fish Farming Specialty Of Bio-Floc Method Of Fish Farming
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
Rashifal: इस राशि के लोग न करें नए कार्य की शुरुआत, पढ़ें गुरुवार का राशिफलRashifal: इस राशि के लोग न करें नए कार्य की शुरुआत, पढ़ें गुरुवार का राशिफल
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »
मछली पालक गर्मी न हो परेशान, इस विधि से कर सकते हैं अपनी मछलियों का बचावमछली पालन करने वाले किसान गर्मी के मौसम में मछली के उत्पादन को लेकर परेशान रहते हैं. तेज धूप की वजह से तालाब के पानी गर्म हो जाते हैं. इससे मछली के उत्पादन में कमी होती है.
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »
Election: 'घर पर बैठकर टिप्पणी न करें, बाहर निकलें और वोट करें', राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति की युवाओं से अपीलसुधा मूर्ति ने कहा कि 'मैं सभी को कहना चाहती हूं कि घर न बैठे रहें, बाहर निकलें और वोट करें। यह आपका अधिकार है और अपने नेता का चुनाव करें।'
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
Ganga Saptami 2024: इस विधि से करें गंगा चालीसा का पाठ, होगा सभी दुखों का नाशहिंदू धर्म में गंगा सप्तमी Ganga Saptami 2024 का दिन बेहद महत्व रखता है। इस दिन देवी गंगा की पूजा का विधान है। पंचांग के अनुसार यह त्योहार वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 14 मई को मनाया जाएगा। वहीं इस दिन गंगा चालीसा का पाठ भी बहुत अच्छा माना जाता...
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
20 मई से पहले इस विधि से करें धान की झटपट बुवाई...रोपाई की झंझट खत्म! कम पानी में होगा बंपर उत्पादनडॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक किसान परंपरागत तरीके से धान की खेती करते आ रहे हैं. जिसमें पानी की खपत ज्यादा होती है. धान की रोपाई के लिए करीब 5 हजार रुपए मजदूरी का खर्च आता है.धान की सीधी बुवाई 25 मई से 10 जून तक मानसून से पहले की जाती है.
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »
PM Modi Affidavit: कितनी दौलत के मालिक हैं पीएम मोदी? खाते में पैसे से लेकर कमाई के जरिए तक, जानिए सबकुछPM Narendra Modi Net Worth: 13 साल गुजरात के मुख्यमंत्री, 10 साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास न खुद का घर है और न अपनी कोई कार।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »