इस पाकिस्तानी ड्राइवर की फोटो तेजी से हो रही है वायरल, जानें क्या है वजह?

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प्रभदीप ने जब पाकिस्तान के अपने एक्सपीरियंस को सोशल मीडिया पर बयान किया तो अब उनकी यह कहानी सीमा के दोनों ओर के लोगों के दिलों को अपनी ओर खींच रही है.

 

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जानिए दुनिया के टॉप 4000 साइंटिस्‍ट की लिस्‍ट में भारत से कौन-कौन-Navbharat Timesग्‍लोबल ऑर्गनाइज़ेशन clarivate analytics ने दुनिया के सबसे काबिल 4000 वैज्ञानिकों की लिस्‍ट जारी की है। इस लिस्‍ट में भारत के भी 10 वैज्ञानिकों ने अपना स्‍थान बनाया है। पिछले साल इस सूची में भारत के महज 5 वैज्ञानिक ही अपना नाम दर्ज करवा सके थे। इस साल यह संख्‍या डबल होकर 10 हो गई है। हालांकि इस मामले में भारत का चिर प्रतिद्वंद्वी पड़ोसी देश चीन काफी आगे निकल गया है। चीन ने 482 वैज्ञानिकों के साथ अमेरिका और ब्रिटेन के बाद तीसरा स्‍थान प्राप्‍त किया है। अमेरिका के सर्वाधिक 2639 वैज्ञानिक और ब्रिटेन के 546 वैज्ञानिक इस सूची में शामिल किए गए हैं। आइए जानते हैं भारत की ओर से कौन हैं वे 10 वैज्ञानिक, जिनको इस सूची में जगह दी गई है...
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

पाकिस्तानी रिपोर्टर की बेवकूफी कैमरे में कैद, दिखा रहा था पहाड़ी रास्ते पर ठंड का असर लेकिन पीछे से हो गया हादसावीडियो डेस्क। पाकिस्तान के बलूचिस्तान का वीडियो इंटरनेटर पर हो रह है वायरल। वीडियो में एक शख्स को दिखाया गया है जो पहाड़ी रास्ते पर रिपोर्टिंग कर रहा है। बाकायदा शख्स मौसम की खराबी के बारे मे बता रहा है और दिखा रहा है कि सड़क पर कितनी फिसलन है। जैसे ही कैमरा सड़क की ओर जाता है अचानक एक बाइक सवार फिसल जाता है। रिपोर्टर उस हादसे को भी कवर करते हुए बात करने लगता है। चूंकि ये रिपोर्टर बीच सड़क पर खड़ा रहता है इस वजह से ही बाइक सवार ब्रेक लगाने के चक्कर में फिसल जाते हैं। गिरने के बाद बाइक सवार इस शख्स की ओर इशारा करके कुछ बोलता भी है लेकिन कैमरा देखकर वह रुक जाता है।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

जब दुनिया गर्म हो रही है तो क्यों पड़ रही है कड़ाके की ठंड?– News18 हिंदीIf the Earth is warming, why do winters get so cold, News in Hindi, Hindi News, जो लोग इस सवाल से हैरत में हैं, उनमें अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी शामिल हैं. ठंड और बेजत्ती जितनी महसूस करो उतनी लगती है। मुझे देखो! मैंने दोनों में विजय पा ली है।
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »

दंगल: मोदी पर लिख-बोल सकते हैं तो मनमोहन पर क्यों नहीं? Dangal: If you can write on Modi then why not on Manmohan? - Dangal AajTakदि एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का ट्रेलर कल रिलीज़ हुआ है. इस फिल्म के लिए आधार बनाया गया है मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू की किताब को. और पिक्चर रिलीज़ होनी है – 11 जनवरी को. लेकिन रिलीज़ के पहले ही पिक्चर के एक्सीडेंट की संभावनाएं बन रही हैं. महाराष्ट्र की युवा कांग्रेस इकाई ने फिल्म के निर्माताओं को चिट्ठी लिखी है कि इसे रिलीज़ करने के पहले पिक्चर उन्हें दिखाई जाए. कांग्रेस इसे बीजेपी का फेक प्रोपोगंडा कह रही है. लेकिन फिल्म में मनमोहन सिंह की भूमिका निभाने वाले अनुपम खेर का दावा है कि ये उनकी ज़िंदगी की सबसे शानदार भूमिका है, जिसे देखने के बाद मनमोहन सिंह भी इस बात को नकार नहीं सकेंगे कि फिल्म में सब सही सही दिखाया गया है. ट्रेलर के बाद ही जिस तरह से फिल्म को ले कर विवाद हुआ, बीजेपी ने उसे अभिव्यक्ति की आजादी पर कांग्रेस का हमला बताया है. sardanarohit Padmavati par bhi hangama huwa tha sardanarohit sardanarohit वह बोले तबलब आजाद हैंमैं बोलूं तो लब सिला बोलने की आजादी केवल उनके पास है और किसी के पास नहीं है वह युवराज है
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

क्या है न्यूनतम आय का वादा, कितना मुमकिन है राहुल गांधी के इस वादे पर अमलकांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि अगर उनकी पार्टी 2019 लोकसभा चुनावों में जीतकर केन्द्र में सरकार बनाती है तो गरीबी रेखा के नीचे सभी को एक न्यूनतम आय देने के लिए यूनीवर्सल बेसिक इनकम (यूबीआई) योजना को लागू किया जाएगा. fix RS-10 per month minimum pay for all ppl in congress & RS 500 for Rahul.. Poor go to more poor.. ये एक लॉलीपॉप योजना है जो हर पांच साल में कांग्रेस लाती है सौ करोड बंटते है लाख करोड़ गायब हो जाते है फिर लोग अपने हाथ से अपने सर पे रो रो के तालिया बजाते हैं
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

यहां आग के शोलों पर दौड़ते हैं घोड़े, 500 साल से चली आ रही है ये परंपराइंटरनेशनल डेस्क। स्पेन में हर साल सेंट एंथनीज डे पर एक अनोखा त्योहार मनाया जाता है। 16 जनवरी को मनाये जाने वाले इस त्योहार पर घुड़सवार घोड़े पर बैठकर उसे आग पर भगाता है। 500 साल से चली आ रही इस प्रथा को पालतू जानवरों के संरक्षक सेन बार्टोलोम डे पिनारेस के गांव में मनाया जाता है।इस त्योहार पर होता है ऐसा संकरी तंग गलियों में आग के ऊपर घोड़े दौड़ाने की इस प्रथा के पीछे लोगों का विश्वास है कि ऐसा करने से जानवर पूरे वर्ष तकलीफों से दूर रहते हैं। ऐसा माना जाता है कि आग पर घोड़ा दौड़ाने से घोड़े का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आग और धुंआ उसकी तकलीफें दूर करेगा।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

उत्तर प्रदेश: दोबारा ऐतिहासिक जनादेश हासिल करने साथ आई सपा-बसपाउत्तर प्रदेश में सपा-बसपा, कांग्रेस से गठबंधन नहीं चाहते, या कांग्रेस अकेले लड़ना चाहती है, इस पर बहस जारी है। लखनऊ में सपा-बसपा की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस, तस्वीरों में एक साथ मौजूद आंबेडकर और लोहिया की तस्वीर के बाद दिल्ली दरबार का पूरा विमर्श बदल गया। उत्तर प्रदेश वह प्रयोगशाला है, जहां कांशीराम और मुलायम की लहर में भी गोरखपुर की सीट भाजपा के पास थी। इसके उलट जब बसपा को शून्य पर टिका और सपा को पारिवारिक सदस्यों के बीच सिमटा दिया गया था तब गोरखपुर अलग ही राजनीतिक मोड़ लेता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश ने जो ऐतिहासिक जनादेश दिया था आज उससे उबरने के लिए सपा और बसपा साथ हैं। इस सूबे की राजनीति, केंद्र की भी राजनीति है। लोहिया-आंबेडकर की तस्वीरों को साथ रख इस समीकरण का उद्देश्य है अपने-अपने वोट बैंक को साध ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करना। केंद्र की राजनीति में सपा-बसपा के अंक मजबूत हों, इसलिए जरूरी है कि कांग्रेस का गणित बिगड़ जाए। संसद में आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण पर साथ-साथ चलने के बाद ये दोनों दल अपने-अपने वोट बैंक के पास उसी ‘पहचान’ के साथ लौट आए हैं जो इनकी बुनियाद हैं। बुनियादी विरोधाभासों के साथ वोट बैंक की ऊंची इमारत पर बैठे दोनों दलों की साझीदारी से निकले पाठ पर इस बार का बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

नागरिकता विधेयक: क्यों बरपा है पूर्वोत्तर में हंगामानया विधेयक नागरिकता कानून 1955 में संशोधन के लिए लाया गया है। यह विधेयक कानून बनने के बाद, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के मानने वाले अल्पसंख्यक समुदाय को 12 साल के बजाय छह साल भारत में गुजारने पर और बिना उचित दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता प्रदान करेगा। भाजपा ने 2014 के चुनाव में इसका वादा किया था। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, माकपा समेत कुछ अन्य पार्टियां लगातार इस विधेयक का विरोध कर रही हैं। उनका दावा है कि धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जा सकती है, क्योंकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। विपक्षी पाटिर्यों के कुछ सदस्यों ने रिपोर्ट में असहमति जताई है। भाजपा की सहयोगी, शिवसेना और जद (एकी) भी इसके विरोध में हैं।
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मोदी सरकार के इन फैसलों से उड़ रहीं बीजेपी के इस दावे की धज्‍ज‍ियांभाजपा अध्यक्ष अमित शाह इस बात का दावा करते रहे हैं कि उनकी पार्टी पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेन्स करती है और उसी के आधार पर चुनावी जीत हासिल करती है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

किन्हें मिलेगा गरीब सवर्णों के आरक्षण का लाभ और क्या हैं शर्तें, 5 अहम बातेंसामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के कैबिनेट के फैसले का भाजपा सहित सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आ) तथा लोजपा ने स्वागत करते हुए इसे सामाजिक न्याय के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताया और कहा कि इस फैसले ने सामाजिक न्याय का नया पन्ना खोला है और इससे समाज में सद्भाव बढ़ेगा. आरपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर सवर्णों को आरक्षण दिए जाने के निर्णय का स्वागत हुए कहा कि प्रधानमंत्री.नरेंद्र मोदी जी का यह क्रांतिकारी कदम है और इससे समाज में आपसी सद्भाव बढेगा. उन्होंने यह भी कहा कि यह मांग वह पिछले 20 वर्षो से कर रहे थे और एनडीए की कई बैठकों में प्रधानमंत्री के समक्ष इस विषय को लगातार उठया था. अठावले ने संवाददाताओं से कहा कि सवर्ण समाज में भी आर्थिक रूप से बहुत लोग पिछड़े हुए है और वह समाज की मुख्यधारा से वंचित है लेकिन केंद्र सरकार के इस निर्णय के बाद उनको राहत पहुंचेगी. उन्होंने यह भी कहा कि देश के विभिन्न प्रदेशों में अलग -अलग वर्गों के लोगों द्वारा आरक्षण दिए जाने को लेकर चल रहे आंदोलन में भी अब रोक लगेगी. उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री.नरेंद्र मोदी पर पूरा विश्वास है और भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा बनाए गए संविधान में संसद को अधिकार है कि विधेयक लाकर कानून को संशोधित कर नया कानून बना सकती है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मोदी सरकार ने निर्धन सवर्णों को भी नौकरी, शिक्षा में 10% आरक्षण देने का फैसला किया है. लोकजनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने भी इस फैसले का स्वागत किया है.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »