इनकम टैक्स रिटर्न : नौकरी गंवाने या बदलने के बाद भी भरें ITR, जानिए क्या होंगे फायदे

  • 📰 NDTV India
  • ⏱ Reading Time:
  • 24 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 13%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

Income Tax एक्सपर्ट (Tax Expert) के अनुसार, नियमित तौर पर ITR भरने से भविष्य में किसी भी फाइनेंसियल इमरजेंसी (Financial Emergency) में लोन लेने में कोई दिक्कत नहीं आती है. ऐसे में कम ब्याज दर पर भी आसानी से लोन मिल जाता है.

नई दिल्ली: कोरोना काल में लाखों लोगों ने नौकरी या रोजगार गंवा दिए. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर वित्तीय वर्ष के बीच में किसी ने रोजगार गंवा दिया हो तो उसे आयकर रिटर्न भरना चाहिए या नहीं. कर विशेषज्ञों का कहना है कि अगर वित्तीय वर्ष के बीच में नौकरी गंवा दी है या बदली है तो भी इनकम टैक्स रिटर्न भरा जाना चाहिए. टैक्स एक्सपर्ट के अनुसार, नियमित तौर पर आईटीआर भरने से भविष्य में किसी भी फाइनेंसियल इमरजेंसी में लोन लेने में कोई दिक्कत नहीं आती है. ऐसे में कम ब्याज दर पर भी आसानी से लोन मिल जाता है.

अगर किसी वेतनभोगी की सैलरी 40 हजार रुपये है और उसने वित्त वर्ष के 6 माह बाद नौकरी गंवा दी है तो उसकी वार्षिक आय 2.40 लाख रुपये है. यह आईटीआर भरने के लिए न्यूनतम सालाना आय से कम है, ऐसे में आईटीआर भरने की जरूरत नहीं लेकिन अगर आय पर टीडीएस की कटौती हुई है तो रिफंड प्राप्त करने के लिए इनकम टैक्स रिटर्न भरा जाना चाहिए.अगर आपने किसी वित्त वर्ष के बीच में नौकरी बदली है तो आईटीआर भरने में सावधानी बरतें. मान लीजिए कि पहली कंपनी में 7 माह नौकरी की है और दूसरी कंपनी में 5 माह.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

ये भी दिखाओ न्यूज मे

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 6. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Delhi Rain : दिल्ली-नोएडा में बारिश, घने बादलों के बीच तापमान में भी आई गिरावटdelhi up rain : उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, नोएडा, पिलखुआ, हापुड़, बुलंदशह, जहांगीराबाद में भी अगले कुछ घंटे में हल्की बारिश हो सकती है. दिल्ली के करावल नगर, दिलशाद गार्डेन, सीमापुर, सीलमपुर, शाहदरा, विवेक नगर, लाल किला, प्रीति विहार समेत कई इलाकों में हल्की बारिश से लेकर बूंदाबांदी होती रहेगी.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

छत्तीसगढ़ के बाद अब भोपाल में दुर्गा विसर्जन समारोह में दौड़ी कार, चपेट में आया बच्चाभोपाल में दुर्गा विसर्जन समारोह में जा रहे लोगों को एक कार ने कुचल दिया. इस हादसे में एक बच्चा घायल हो गया है. घटना भोपाल रेलवे स्टेशन के समीप बजरिया तिराहे के करीब की है. ReporterRavish गजब 🤔 मतलब पहले 'रौंदना / कुचलना' सिर्फ़ शाब्दिक रूप में इस्तेमाल होता था,अब सचमुच में गाड़ियों से रौंदा जाने लगा है🤔 ReporterRavish Ab ye trend bn gya hai ReporterRavish Challo gullo ki team RubikaLiyaquat AMISHDEVGAN mu kholo, Patti utaro mu se jaldi ab 🤬
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

केरल में Corona के 8000 से कम केस, 24 घंटों में 57 लोगों की मौतनई दिल्ली। केरल में कोरोनावायरस (Coronavirus) के शनिवार को 8000 से भी कम के आए हैं, जबकि पिछले 24 घंटों में संक्रमण के चलते 57 लोगों की मौत हो गई।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

Modi 2.0: राष्ट्र की सुरक्षा में अनवरत अडिग योद्धा के रूप में उभरे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीModi 2.0 भारत की जनसंख्या को देखते हुए कोरोना के कारण देश में जो समस्याएं पैदा हुईं उनका मोदी सरकार ने बखूबी सामना किया। सिर्फ अपना ही ख्याल नहीं रखा बल्कि पूरी दुनिया को दवा पीपीई किट से लेकर वैक्सीन तक मुहैया कराई। narendramodi जुमलेबाज प्रधानमंत्री इनसे बड़ा झूठ ना कोई बोला है ना बोल पाएंगा narendramodi narendramodi पेट्रोल डीसल के बाद झूठमें एक और इजाफा
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

दिल्ली के चिड़ियाघर में 'जटायु' दीदार कर सकेंगे लोग, बबून के साथ बने आकर्षण का केंद्रचिड़ियाघर में मिस्र से आए गिद्ध का नाम अब रामायण के पौराणिक चरित्र जटायु के नाम पर रखा गया है। इसके साथ ही मादा बबून का नाम भूमि रखा गया है। चिड़ियाघर प्रबंधन ने ये दोनों ही नाम आम जनता के सुझाव के बाद रखने तय किए हैं। बहुत सुंदर Delhi ka chidiya ghar open ho gya kya
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

कोरोनाकाल में कमजोर पड़ी टीबी के खिलाफ जंग, रिपोर्ट में सामने आई चिंताजनक तस्वीरडब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में चिंताजनक बात यह है कि जांच से दूर रह गए टीबी मरीजों की संख्या बेतहाशा बढ़ी है। 2019 में डब्ल्यूएचओ का अनुमान था कि दुनियाभर में 29 लाख ऐसे लोग हैं जो टीबी से ग्रस्त हैं लेकिन उनकी जांच नहीं हुई है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »