कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दुनिया के तमाम देशों की तरह भारत ने भी लॉकडाउन का तरीक़ा अपनाया है. देश में बीते 25 मार्च से ही लॉकडाउन है. लेकिन सरकार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए तकनीक का भी सहारा ले रही है.इस ऐप की मदद से आसपास के कोविड 19 मरीज़ के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है.
अधिकारियों/कर्मचारियों को सलाह दी जाती है कि यदि एप्लिकेशन पर 'मध्यम' या 'उच्च जोख़िम' दिखाए तो उन्हें ऑफ़िस नहीं आना है और उस वक़्त तक ऑफ़िस नहीं आना है जब तक ऐप पर स्थिति 'सुरक्षित' या 'कम जोख़िम' नहीं हो जाती. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के वकील और साइबर कानून विशेषज्ञ विराग गुप्ता कहते हैं"अगर इसकी पूरी व्यवस्था को समझा जाए तो कुछ जगहों पर ही इसे अनिवार्य करने के लिए सरकार ने औपचारिक आदेश जारी किये हैं. जैसे केंद्र सरकार के कर्मचारी, डीएमआरसी द्वारा संचालित मेट्रो या फिर प्रवासी मज़दूर जो अपने राज्य वापस जा रहे हैं. लेकिन कुछ जगहों पर इसे पिछले दरवाज़े से अनिवार्य बनाने की कोशिश कानूनन सही नहीं है.
वो कहते हैं,"लॉकडाउन के दौरान कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनके लिए सरकार के पास पर्याप्त वैधानिक शक्ति नहीं है."क्या कोई प्राइवेट कंपनी अपने कर्मचारियों को ऐप डाउनलोड करने को अनिवार्य कर सकती है? वो मानते हैं कि अगर सरकार को ऐसा कुछ करना ही था तो इसकी शुरुआत अनिवार्य तौर पर उन लोगों के साथ करना चाहिए था जो विदेश से भारत लौटे और संदिग्ध तौर परसंक्रमित थे. कोरोना वायरस शुरू होने के साथ ही बाहर से लौटे लोगों के मोबइल में अगर यह ऐप होता तो शायद स्थिति और बेहतर होती.विराग कहते हैं कि मना तो बेशक कर सकता है, क्योंकि आम लोगों के लिए यह एडवाइज़री है कोई क़ानून नहीं.
वो कहते हैं 'एक टर्म होता है फ़ॉल्स पॉज़ीटिव मतलब कि जैसे कि मैं किसी बिल्डिंग के एक फ्लोर पर हूं और ये ऐप ऑन करने के बाद अगर मेरा ब्लूटूथ ऑन हो जाता है और अगर कोई ऊपर वाले फ्लोर पर है तो ऐप में हमारा कॉन्टेक्ट दिख सकता है जबकि असल में हम कॉन्टेक्ट में नहीं हैं. तो ये पता करने के लिए कि कौन किसके कॉन्टेक्ट में आया है, ये पता करने में आरोग्य सेतु ऐप कितना प्रभावी होगा, इसका कोई प्रमाण नहीं है.
Agar ye app itna kargar hai to kya isme jo jankari bharni hai galat hi bhari gyi to kya jisko corona k chansej hai v usne v galt information bhari to kya tab v ye kam karega. Bakwas is app ko download karna fijool lagta hai mujhe to nhi samajh aya k ise download karna chahiye
इस एप का पूरा उपयोग तभी है जब ये सबके पास हो . वरना कोई भी कह देगा, क्या फायदा इस एप से.
जिसके पास स्मार्ट फोन नहीं है उसका क्या?
Hawa baaji hai
Tumhara marxi
कर लो नही ब्रिटिश प्रधानमंत्री के जैसे कोरोना से संक्रमित हो जाओगे पता भी नही चलेगा । क्यों bbc !
True
Ye kar liya... Ab ye batao.. Thali aur diya aap kab aa rhae hai... Maine suna hai..theeno aap ek sath mil ke bimmari ko maar dete hai... incredebleindia
I Personally boycott Instructions of this chaiwala. And I am deleting this aap from my whole family mobil...
Okey and what's about them who don't have smart phones and who are starving. Does govt have any plan for them.
तुम लोग अपनी बोरिया बिसतर बाँध के चले जाओ, कैसी न्यूज़ एजेन्सी है सरकार बोल रही कि सबको करना है तो मतलब समझ नही आता क्या?
Ha
बार-बार लॉक डाउन को बढ़ाना ये दर्शाता है की कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मोदी सरकार फेल होती जा रही है
किसी काम का नहीं है मैने देखा डाउनलाेड कर के? रोहन_गुप्ता_के_बसका_नहीं
Mera chhota bhai puchh raha isme game kyon nahi chalta🤦🏼♂️🤦🏼♂️
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