केंद्र सरकार ने संकटग्रस्त लक्ष्मी विलास बैंक के DBS इंडिया में विलय को मंजूरी दे दी है. जिसके तहत लक्ष्मी विलास बैंक का अस्तित्व 27 नवंबर को खत्म हो जाएगा.विलय नियम के मुताबिक, 27 नवंबर को लक्ष्मी विलास बैंक के शेयर एक्सचेंज से डीलिस्ट हो जाएंगे. लक्ष्मी विलास बैंक के सभी ब्रांच का नाम बदलकर DBS इंडिया हो जाएगा. 94 साल पुराने लक्ष्मी विलास बैंक का नाम खत्म हो जाएगा और साथ ही इसकी इक्विटी भी पूरी तरह खत्म हो जाएगी. अब इस बैंक का पूरा डिपॉजिट DBS India के पास चला जाएगा.
यह पहली बार है, जब किसी भारतीय बैंक को डूबने से बचाने के लिए किसी विदेशी बैंक में विलय का फैसला लेना पड़ा है. सरकार के इस फैसले से बैंक के 20 लाख डिपॉजिटर और 4000 कर्मचारियों को राहत मिलेगी. RBI ने लक्ष्मी विलास बैंक को बचाने के लिए DBS इंडिया में विलय का रास्ता चुना. बुधवार को विलय के ऐलान के साथ ही लक्ष्मी विलास बैंक के खातों से अधिकतम 25,000 रुपये की रकम निकालने की जो सीमा थी, उसे भी हटा लिया गया. लक्ष्मी विलास बैंक इस साल का दूसरा बैंक है, जिसे RBI ने डूबने से बचाया है.
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