कपड़े बन जाने के बाद कपड़े का कुछ हिस्सा बच जाता है जिसे कतरन समझ फेंक दिया जाता है। भोपाल की पूजा आयंगर ने एक ऐसी पहल की है जिससे न सिर्फ इन कतरनों का बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है, बल्कि इन कतरनों की बदौलत कई महिलाओं को रोजगार भी मिला है। कतरनों से कई तरह की ड्रेस, हैंड बैग, लैपटॉप केस और डॉग बेड्स सहित कई प्रोडक्ट्स बनाए जाते हैं।
आज की पॉजिटिव खबर में जानते हैं पूजा की कहानी जिन्होंने फिल्म मेकिंग का काम छोड़ लोगों के लिए काम करना बेहतर समझा...पूजा ने जामिया यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई करने के बाद फिल्म मेकिंग एंड एडिटिंग में एक सफल करियर बनाया। पूजा 2016 में महाशक्ति सेवा केंद्र से जुड़ गयीं। ये NGO उनकी मां इंद्रा आयंगर ने 1992 में गैस पीड़ित महिलाओं को आर्थिक रूप से सहायता देने के लिए शुरू किया था। पूजा अब इसे मॉडर्न तरीके से आगे बढ़ा रही हैं। पूजा लगातार महिलाओं के कौशल विकास और नियमित रोजगार को बढ़ाने पर ध्यान दे रही हैं।NGO में बैग, थैला, लैपटॉप बैग, स्लिंग बैग, कवर और ड्रेस सहित करीब 50 तरह के प्रोडक्ट बनाए जाते हैं।
पूजा के अनुसार, उनकी संस्था के जरिए हर साल कई महिलाओं को वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाती है। इन महिलाओं को तीन महीने के कोर्स में सिलाई, ब्लॉक प्रिंटिंग के साथ कंप्यूटर की ट्रेनिंग दी जाती है। 2016 से अब तक पूजा खुद हजारों महिलाओं को ट्रेन कर चुकी हैं जो आज कहीं न कहीं काम कर रही हैं।अमेरिका और फिनलैंड में भी पूजा के प्रोडक्ट्स की सप्लाई होती है।
पूजा के अनुसार कोरोना भी उनके काम पर किसी तरह का कोई असर नहीं आया न ही यहां काम करने वाली महिलाओं को आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ी। पूजा ने लॉकडाउन में महिलाओं को मास्क बनाने की ट्रेनिंग देकर उनके रोजगार के अवसर बनाए रखे। पूजा के NGO से नगर निगम ने खास तरह के झोले बनवाए थे, जिनका मकसद प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करना था।पूजा को उनके काम के लिए भोपाल नगर निगम द्वारा सम्मानित किया गया। इसके अलावा 2019 में उन्हें भोपाल स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एम्बेसेडर भी बनाया...
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »
स्रोत: News Nation - 🏆 15. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »