अमेरिका लड़ाइयाँ छेड़ता तो है लेकिन उन्हें अंजाम तक क्यों नहीं पहुँचा पाता? - BBC News हिंदी

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अमेरिका लड़ाइयाँ छेड़ता तो है लेकिन उन्हें अंजाम तक क्यों नहीं पहुँचा पाता?

अमेरिकी नेतृत्व ने सैगॉन, वियतनाम से नहीं सीखा. अमेरिका में 1993 में सोमालिया के अंदर सैनिक कार्रवाई पर छोटे पैमाने पर ही सही वही पुरानी ग़लती दोहराने का इल्ज़ाम लगा.

अक्टूबर 1993 में अमेरिकी सैनिकों ने सोमाली राजधानी मोगादिशु में विनाशकारी छापेमारी की. उनका उद्देश्य शक्तिशाली सोमाली वॉर लार्ड, जनरल मोहम्मद फ़राह ऐडीड और उनके प्रमुख सहयोगियों को पकड़ना था, लेकिन अमेरिकी सेना को ऐडीड के मिलिशिया से भयंकर प्रतिरोध का सामना करना पड़ा. छह महीने के भीतर ही अमेरिका ने सोमालिया से अपनी सेना हटा ली और इस मिशन की विफलता ने अमेरिका को अफ़्रीकी संकटों में हस्तक्षेप करने से सावधान कर दिया.

वो कहते हैं, "अफ़ग़ानिस्तान और इराक़ में राष्ट्र निर्माण, लोकतंत्र, मानवाधिकार और महिला शिक्षा इत्यादि तो बस एक आवरण था. बड़ा खेल चीन और रूस को दूर रखना और मध्य एशिया में रूस के प्रभाव को कम करना था."

 

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उसका काम छेड़ना है शादी करना नहीं।

POTUS Will you answer please

क्यों के वो लड़ाइयाँ बे वजह होती हैं, सिर्फ़ राजनीति के लिये.....जैसे भारत-पाकिस्तान

लड़ाई का अंजाम क्या होता है ?

हथ्यार भी तो बेचने है, नहीं दुकान बंद नी हो जाएगी , और वैसे भी ब्रिटेन का भी तो यही काम है, खाने के लिए तो कुछ होता नहीं तुम्हारे यहां , अगर युद्ध नहीं होंगे तो हथियार बेचोगे कहा , 1000 ईसवी में तो भुक्के नगे ही थे तुम लोग , अब सुहुर बातारे है बताओ?

आतंकियों से गठबंधन करने के बाद ही अमेरिका दुनिया का सुपरपॉवर बना है और आज भी तालिबान को आतंकवाद बताने बाला अमेरिका उसे अच्छा बताने का प्रयास कर रहा है

Sirf movies me hi duniya bachata hai 🤣

पहले अपने नागरिकों को अंजाम तक पहुंचा ले, तब युद्ध को अंजाम तक पहुंचाए।

Kyoki tisra Hiroshima ya Nagasaki nhi bnana chahta smjha BBC.

अमेरिका दो तरह की लङाई लङता है👉पहला उनके विरूद्ध जिसमें सीधे उसपर कोई आघात होता है..दूसरा वहाँ जहाँ उसे आर्थिक फायदे होने को होते हैं?पहली तरह की लङाई को वह अंजाम तक पहुँचाता है लादेन दूसरे वाले में तबतक लङता है,जबतक उसके आर्थिक हित सधते रहते हैं,उसके बाद भाँङ में जाँय ईराक

किसी और देश की लड़ाई को कौन अंजाम तक पहुंचा पाया है!?

Dosron ko barbad karne liye jung karta hey Kisi banane k liye nahi

America ldaayi isiliye chedta h taki vhe duniya ko apne hathiyar bech ske.

Yeh sirf janam dena janta hai prvrish kaise krni hai yeh nahi janta

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