देश और दुनिया में लाखों लोगों को मार चुका कोरोना वायरस अब रिश्तों के ताने-बाने को भी खत्म करने लगा है। इसका एक नमूना बिहार के मुजफ्फपुर की यह खबर है। यहां एक बेटा अपने बीमार पिता को सड़क पर छोड़ दिया। पिता कोरोना से संक्रमित थे। लोगों ने हॉस्पिटल ले जाने के लिए कहा तो बेटा उन्हें घर से लेकर तो आ गया, लेकिन रास्ते में छोड़कर चला गया। कुछ देर बाद पिता की मौत हो गई।
मुजफ्फरपुर टाउन के दमुचक में रहने वाले अर्जुन ओझा दो दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। मोहल्ले वालों ने इलाज के लिए दबाव बनाया तो उनके पेशे से सरकारी टीचर बेटे ने ऐंबुलेंस मंगाकर उन्हें सदर अस्पताल भेज दिया। साथ में अर्जुन की पत्नी भी थीं। पीछे से बेटा और बहू अस्पताल के लिए निकले। रास्ते में दोनों बहाना बनाकर माता-पिता को छोड़कर भाग निकले। ऐंबुलेंस ड्राइवर ने यह देखा तो वह भी अर्जुन को सड़क पर उतारकर चलता बना।सड़क पर तड़प रहे अर्जुन ओझा का किसी ने वीडियो बना लिया। कुछ ही देर में यह वीडियो वायरल हो...
अर्जुन की हालत खराब होती देख सदर अस्पताल के स्टाफ ने उन्हें श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल रेफर कर दिया। इसकी कागजी प्रक्रिया पूरी होने में दोपहर से शाम हो गई। अर्जुन ने SKMCH पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।अर्जुन ओझा के पास मौजूद उनकी पत्नी ने बताया कि उनके दो बेटे हैं। एक सरकारी टीचर है। हावड़ा में भी उनका मकान है। अर्जुन ओझा चल-फिर नहीं सकते थे। दो दिन पहले उनकी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसलिए इलाज के लिए घर से आए...
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इतना डर गया है इंसान कि वह माता पिता को भी देखभाल निगरानी करने में सक्षम नहीं हो पाया। अत्यन्त दुखद