पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने कश्मीर मुद्दे पर मदद के लिए गुहार लगा रहा है लेकिन उसके हाथ नाकामी ही लगी है. अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान फिर से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने कश्मीर पर दखल की गुहार लगाएंगे. लेकिन यहां भी पाकिस्तान के मंसूबे पूरे होते नहीं दिख रहे हैं क्योंकि अफगानिस्तान पर अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता का खत्म होना उसके लिए झटका साबित हुआ है.
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतररष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान के लिए अमेरिका और तालिबान के बीच की वार्ता का रद्द होना एक बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि अब उसे अमेरिका के और ज्यादा दबाव का सामना करना पड़ेगा. .पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में शांति का कार्ड कई बार खेला. तालिबान पर उसका असर माना जाता है और कहा जाता है कि तालिबान को शांति वार्ता की मेज पर लाने में उसकी भूमिका रही है.
लेकिन, अब अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता के ध्वस्त होने के बाद पाकिस्तान के हाथ से यह ट्रंप कार्ड जाता दिख रहा है और विश्लेषकों का मानना है कि इसका असर उसकी कश्मीर मुहिम पर बुरा पड़ेगा. इमरान खान भी न्यूयॉर्क में बोल चुके हैं कि अफगानिस्तान में बातचीत से ही हल निकल सकता है. कश्मीर में आतंकवाद मामलों की विशेषज्ञ मायरा मैकडोनाल्ड ने कहा कि जब तक पाकिस्तान, अफगानिस्तान के मामले को एक नतीजे तक नहीं पहुंचाता, उसके लिए कश्मीर पर भारतीय कार्रवाई का जवाब दे पाना मुश्किल होगा. ऐसे में वह उलझकर रह गया है. अंतररष्ट्रीय मामलों के पाकिस्तानी विश्लेषक जाहिद हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान ने इन वार्ताओं में अपना बहुत प्रयास लगाया है. इसका अचानक इस तरह खत्म होना मुल्क लिए एक तगड़ा झटका है.
सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ रहीमुल्ला यूसुफजई ने कहा कि वार्ता टूटने के बाद अब इसके पूरे आसार हैं कि अमेरिका तालिबान पर लगाम लगाने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाएगा. यह एक बार फिर पहले की ही तरह पाकिस्तान के लिए 'कुछ और प्रयास करो' वाली स्थिति बन गई है. हालांकि पाकिस्तानी सैन्य विशेषज्ञ आयशा सिद्दीका मानती हैं कि पाकिस्तान के पास अभी भी खेलने के लिए कार्ड बचे हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तालिबान से बातचीत कर उन्हें मनाने की कोशिश कर सकता है.
अमेरिका चाहता है कि सभी जिहादी आपस मे कुशलता-पूर्वक लड़ें और वह दूर से तमाशा देखे। 😬😬
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »