अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल को दीवालिया घोषित करने की RBI ने शुरू की प्रक्रिया

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1986 में अस्तित्व में आई रिलायंस कैपिटल का कंट्रोल अनिल अंबानी के पास पारिवारिक बंटवारे में 2005 में आया था

गौरतलब है कि एनसीएलटी के पास दायर किये गए आरबीआई के आवेदन के बाद से रिलायंस कैपिटल पर अंतरिम रोक लग जाएगी। इसमें कर्जदार कंपनी अपनी किसी भी परिसंपत्ति का स्थानांतरण या बिक्री नहीं कर पाएगी।ने पिछले साल सितंबर में सालाना आम बैठक में शेयरधारकों को बताया था कि कंपनी के ऊपर एकीकृत रूप से 40,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। जानकारी के मुताबिक कंपनी को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 1,156 करोड़ रुपये का एकीकृत नुकसान हुआ। वहीं उसकी आय 6,001 करोड़ रुपये रही...

इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2020-21 में कंपनी को 9,287 करोड़ रुपये का नुकसान और कुल आय 19,308 करोड़ रुपये रही थी।कभी बड़े भाई से अमीर थे अनिल अंबानी, पर अब 0 है नेटवर्थ; देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश की अब इतनी है नेटवर्थगौरतलब है कि 29 नवंबर को रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को आरबीआई ने भंग कर दिया था। इसके बाद अपनी तरफ से बैंक ऑफ महाराष्ट्र के पूर्व कार्यकारी निदेशक नागेश्वर राव को इसका प्रशासक नियुक्त किया था। इसके अगले ही दिन एक तीन सदस्यीय पैनल भी गठन किया गया जो प्रशासक की मदद करेगा। बता दें कि...

बता दें कि इससे पहले, रिजर्व बैंक ने श्रेई ग्रुप की एनबीएफसी तथा दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन के खिलाफ इसी प्रकार की कार्यवाही शुरू की थी। डीएचएफएल के खिलाफ कार्यवाही पूरी हो चुकी है जबकि श्रेई का मामला अभी लंबित है। बता दें कि ।

 

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