अंतरिक्ष में मौजूद स्पेस स्टेशन या स्पेसशिप से पृथ्वी पर मैसेज आने में कितना लगता है वक्त, क्या होता है इसका सिस्टम?

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अंतरिक्ष में मौजूद स्पेस स्टेशन से भी मैसेज भेजे जाते हैं, लेकिन सवाल ये उठता है कि आख़िर इन्हें धरती तक आने में समय कितना लगता है. चलिए जानते हैं.

धरती से अंतरिक्ष तक का सफ़र तो तय हो गया है, हालांकि अब भी समय-समय पर धरती और स्पेस में कई प्रयोग होते रहते हैं. वहीं इंसान द्वारा बनाई गई अब तक की सबसे दूर भेजी गई चीज वॉयजर है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के इस अंतरिक्ष यान से महीनों बाद कोई संदेश आया है. इंसान द्वारा बनाया गया ये एक ऐसा यान है जो सबसे दूर भेजा गया है.

दरअसल एक सिग्नल 186,000 मील प्रति सेकंड की गति से अंतरिक्ष में यात्रा करता है. एक सिग्नल फाइबर ऑप्टिक के माध्यम से लगभग 30% कम गति ) पर यात्रा करता है, ये सब जोड़ने पर आपको न्यूनतम यात्रा समय 0.26 - 0.3 सेकंड के बीच मिलता है. धारणा के अनुसार ये एक बहुत ही सरल इंटरफेस है. यदि देरी से मैसेज पहुंचने वाला कुछ टाइम छोड़ दिया जाए जब सिग्नल को अपने स्रोत से प्रोसेसर तक जाना होता है. वहां से इसे केंद्रीय कंप्यूटर तक जाना होगा, जो 10 हर्ट्ज या 1 हर्ट्ज या 1/10 हर्ट्ज तक की पोलिंग कर सकता है.

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