योगी आदित्यनाथ बोले- सरकार का ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिससे पिछले दंगे में मरने वाले लोगों के परिवारों को मुआवजा दिया जा सके
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, पिछले 6 महीने में दंगों और विरोध प्रदर्शनों में 21 लोगों की मौत हो गई, मुआवजा देने का सवाल ही नहीं सीएम योगी ने बताया, प्रदर्शनकारियों की पत्थरबाजी में 400 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि 61 पुलिसवालों को गोलियां लगी हैंने मंगलवार को विधानसभा में बताया है कि राज्य सरकार का ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिससे पिछले 6 महीने में दंगे में मरने वाले लोगों के परिवारों को मुआवजा दिया जा सके। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, 'मुआवजा देने का सवाल ही नहीं है।' सीएम योगी ने सदन को जानकारी दी कि पिछले 6 महीने में दंगों और विरोध प्रदर्शनों में 21 लोगों की मौत हो गई।सीएम योगी ने बताया,...
सीएम योगी मंगलवार को समाजवादी पार्टी विधायक राकेश प्रताप सिंह के सवाल का जवाब दे हे थे। सिंह ने पिछले 6 महीने में दंगे से जुड़ी घटनाओं में मारे गए लोगों की संख्या को लेकर सवाल किया था। उन्होंने यह भी पूछा था कि क्या सरकार पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने के लिए कोई प्रावधान बनाएगी। गौरतलब है कि विपक्ष पहले ही सीएए-एनआरसी के खिलाफ हो रहे दंगों से निपटने में सरकार की विफलता पर लगातार सवाल खड़े कर रही...
हालांकि जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवारवालों का कहना है कि उनकी मौत हिंसा में फंसने के चलते हुई थी और वे दोषी नहीं है। वाराणसी में एक 8 वर्षीय बालक की भगदड़ में मौत हो गई, जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को दौड़ा रही थी।up chief minister yogi aadityanath says that there is no provision of providing compensation to families of riot victims
बिल्कुल ठीक योगी जी इन दंगियो को किस बात का पैसा मिलना चाहिए । दंगा फैलने का ।
Stubborn governance. Because those killed belonged to a particular community.
बहुत खूब योगी जी जिंदाबाद
जय हो योगी महाराज , आपका अलग ही स्वैग है 😁👌
श्रीमान जी आप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जरूर हैं परंतु कानून व्यवस्था के नाम पर अदालत का डंडा जबर है उसकी बात आपको माननी ही होगी। अनावश्यक पूर्वाग्रह में पड़ने की जरूरत नहीं है।न्याय पूर्वक शासन चलाना आपका उत्तरदा यित्व है।
अगर योगी जी नही होते तो अभी सबसे बुरे हालात युपी के होते। ये फर्क पढता है सत्ता का।
बिल्कुल सही निर्णय / फैसला, बल्कि दंगाइयो से सार्वजनिक सरकारी / जनता की और निज़ी संपत्ती के नुकसान की बसुली / भरपाई दंगाइयो की चल अचल संपत्ती को नीलाम करके की जानी चाहिये.
बिल्कुल सही निर्णय।
kisi ne tumse manga hai?
धन्यवाद योगी जी हमारे दिल्ली में तो ऐसे सभी को सिलाई मशीन या एक करोर रुपए या सरकारी नौकरी भी मिल सकती थी आप ने मिसाल क़ायम की क्यूँकि जुर्म करने वालों के साथ कोई सहानुभूति नहीं होनी चाहिए क्यूँकि जब यही लोग जुर्म करते हैं तब नहीं सोचते की कितने मासूम और बेगुनाह व्यर्थ में मरते है
बहुत अच्छा कदम। CAA के विरुद्ध मरने वाले और दंगा करने वालों को एक रूपये नहीं मिलना चाहिए। जब सरकार ने साफ कह दिया है कि नागरिकता कानून पर किसी की नागरिकता नहीं जायेंगी फिर प्रर्दशन क्यो कर रहे हैं। अपने देश को सुरक्षित हाथों में रखिये। जिसने सिर्फ हिन्दुस्तान को बांटा है बाहर करे
मृतक दंगाइयों के परिवारों से उनके द्वारा सरकारी संपत्ति को पहुंचे नुकसान की भरपाई जुर्माने के द्वारा की जानी चाहिए। चाहे वह हिंदू या मुसलमान हो।
Muaawja nahi jurmana, wo bhi court ke order ke baad dena to padega..!
Wow गजब
☺️☺️☺️☺️☺️👌👌👌👌जय हो
😁👌🙏🇮🇳
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