scorecardresearch
 

खुशवंत सिंह के नॉवेल को अश्लील बता भड़के रेलवे अफसर, स्टॉल से हटवाया

रमेश चंद्र रत्न ने खुशवंत सिंह के उपन्यास औरतें, सेक्स, लव और लस्ट को स्टेशन के एक स्टॉल पर रखा देख उसे ना केवल अश्लील करार दिया, बल्कि स्टॉल संचालक से कहा कि इस प्रकार का साहित्य वो अपने स्टॉल में ना रखे.

Advertisement
X
भोपाल रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करते यात्री सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न
भोपाल रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करते यात्री सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न

  • भोपाल स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंचे थे रमेश चंद्र रत्न
  • खुशवंत सिंह के उपन्यास को बुक स्टॉल से हटाने का दिया आदेश

रेलवे बोर्ड की यात्री सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न ने बुधवार को भोपाल रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया. अपने निरीक्षण के दौरान रमेश चन्द्र रत्न स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर खुशवंत सिंह के एक उपन्यास को देखकर नाराज हो गए और उसे तुरंत हटाने का आदेश दिया.

रमेश चंद्र रत्न ने खुशवंत सिंह के उपन्यास 'औरतें, सेक्स, लव और लस्ट' को स्टेशन के एक स्टॉल पर रखा देख उसे ना केवल अश्लील करार दिया, बल्कि स्टॉल संचालक से कहा कि इस प्रकार के साहित्य वो अपने स्टॉल में ना रखे. स्टॉल संचालक को हिदायत देने के बाद भोपाल रेलवे स्टेशन के अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वो इस बात को समय समय पर जांचें कि इस तरह का अश्लील साहित्य रेलवे स्टेशन में कोई ना बेच पाए.  

रमेश चन्द्र रत्न ने कहा कि इस तरह के साहित्य नई पीढ़ियों के भविष्य को खराब कर सकता है, इसलिए इस पर रोक लगाना बेहद ज़रूरी है. 'आजतक' से फोन पर बात करते हुए रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है और कहा है कि फिलहाल अधिकारियों और स्टॉल संचालक को हिदायत दी गई है. इसके लिए अभी कोई लिखित आदेश जारी नहीं किया गया है.

Advertisement

कुछ ऐसे थे महान लेखक खुशवंत सिंह

लेखक, कवि और स्तंभकार खुशवंत सिंह ने 80 किताबें लिखीं. इनमें 'ट्रेन टू पाकिस्तान' और 'कंपनी ऑफ वूमन' जैसी बेस्टसेलर किताब हैं. खुशवंत सिंह ने 'हिस्ट्री ऑफ सिख' नाम से सिखों का इतिहास भी लिखा. खुशवंत तीन चीजों से प्यार करते थे. पहला- दिल्ली, दूसरा- लेखन और तीसरा- खूबसूरत महिलाएं. वो खुद को दिल्ली का सबसे यारबाज और दिलफेंक बूढ़ा मानते थे. अपनी जिंदगी की आखिरी सांस तक उन्होंने लिखना नहीं छोड़ा. वह 99 साल की उम्र तक लिखते रहे. उनका निधन साल 2014 में 20 मार्च को हुआ था.

Advertisement
Advertisement