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20 दिन की सेवा के लिए प्रशांत किशोर की कंपनी को YSRCP ने चुकाए 37.5 करोड़ रुपये

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की संस्था इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी को आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने चुनावी सेवाओं के लिए 37.5 करोड़ रुपये चुकाये हैं. ये खुलासा YSRCP की ओर से चुनाव आयोग को मुहैया कराये गये खर्चों के विवरण से हुआ है.

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आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन और प्रशांत किशोर (फाइल फोटो)
आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन और प्रशांत किशोर (फाइल फोटो)

  • IPAC को YSRCP ने चुकाये 37.5 करोड़
  • चुनाव आयोग को भेजा खर्चे का विवरण
  • जगन मोहन की जीत में प्रशांत किशोर की अहम भूमिका
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की संस्था इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) को आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने चुनावी सेवाओं के लिए 37.5 करोड़ रुपये चुकाये हैं. ये खुलासा YSRCP की ओर से चुनाव आयोग को मुहैया कराये गये खर्चों के विवरण से हुआ है. इस साल आंध्र प्रदेश के लिए हुए विधानसभा चुनावों के लिए जगन मोहन ने प्रशांत किशोर की संस्था I-PAC की सहायता ली थी.

20 दिन के लिए 37.5 करोड़ रुपये

वाईएसआर कांग्रेस ने चुनाव आयोग को भेजे गए डिटेल में कहा है कि उनकी पार्टी ने इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) को 37 करोड़, 57 लाख 68 हजार 966 रुपये मैनेजमेंट कंसलटेंसी सर्विसेज के लिए चुकाए. ये खर्चे 12 मार्च 2019 से 2 अप्रैल 2019 के बीच किये गए खर्चों के लिए चुकाये गए हैं. इस तरह से लगभग 20 दिनों की सेवाओं के लिए वाईएसआरसीपी ने I-PAC को 37.5 करोड़ रुपये दिए.

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221 करोड़ रुपये चंदा मिला

YSR कांग्रेस द्वारा दिये गए डिटेल से पता चलता है कि चुनाव शुरू होने से पहले कंपनी के खातों में 74 लाख रुपये थे. चुनाव के दौरान कंपनी को लगभग 221 करोड़ रुपये बतौर चंदे में मिला. कंपनी ने चुनाव में लगभग 85 करोड़ रुपये खर्च किये. चुनाव खत्म होने के बाद कंपनी के खाते में लगभग 138 करोड़ रुपये बचे थे.

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विधानसभा चुनाव में दमदार जीत

बता दें कि इस साल लोकसभा और विधानसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश में जगन मोहन की पार्टी ने शानदार कामयाबी हासिल की थी. लोकसभा चुनाव में वाईएसआरसीपी ने 25 में से 22 सीटें जीतीं थी, जबकि 175 सीटों वाली विधानसभा में जगन मोहन की पार्टी ने शानदार 150 सीटों पर जीत हासिल की थी.

प्रशांत किशोर जब आंध्र प्रदेश में जगन मोहन के लिए काम करने आए थे उस समय उनके खाते में कई कामयाबी थी. प्रशांत किशोर चर्चा में तब आए जब उन्होंने 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को मदद की और उन्हें तीसरी बार सीएम बनने में कामयाबी दिलाई. इसी जीत के बाद नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय राजनीति में आए. इसके अलावा 2014 में उन्होंने नरेंद्र मोदी के प्रचार अभियान का जिम्मा संभाला. 2015 में बिहार में बीजेपी को शिकस्त दिलाने में भी जेडीयू के साथ वह दिन रात जुटे रहे.

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