कहते हैं कि दुनिया गोल है। कभी भी, कहीं भी और कैसे भी कोई आपको मिल सकता है। फिर वह अपना जिगरी या करीबी ही क्यों न हो। सुप्रीम कोर्ट में भी ऐसे ही चार कॉलेज के यार 37 साल बाद एक साथ हुए हैं। दरअसल, ये चारों दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के लॉ कॉलेज में संग पढ़ते थे, जिसके बाद वे अपनी-अपनी राहों पर निकल पड़े। पर किस्मत ने उनके लिए कुछ और ही तय कर रखा था, सो उन्हें फिर मिला दिया।

शुक्रवार (20 सितंबर, 2019) को यह जानकारी ‘सीएनएन न्यूज 18’ के लीगल एडिटर उत्कर्ष आनंद ने ट्वीट कर दी। उन्होंने इसमें लिखा, “क्लासरूम से लेकर कोर्टरूम तकः कैंपस लॉ सेंटर (CLC) में साल 1982 बैच के चार अल्युमनाई अब सुप्रीम कोर्ट में एक साथ जज होंगे। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजय के.कौल, जस्टिस एस.रविंद्र भट्ट और जस्टिस ऋषिकेश रॉय।”

‘बार एंड बेंच’ के मुताबिक, 23 सितंबर को चारों नए जजों का शपथ ग्रहण समारोह भी है, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 34 हो जाएगी। दरअसल, केंद्र सरकार ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में पद बढ़ाने के साथ जजों के रिटायरमेंट के बाद खाली हुए पदों पर इन चार जजों को नियुक्त किया है। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 31 थी, जिसे मोदी सरकार ने बढ़ाकर 34 किया है और इसमें सीजेआई भी शामिल हैं।

कौन हैं ये चार जज, जो क्लासरूम के बाद अब कोर्टरूम में भी हुए साथ?:

1- Justice DY Chandrachud का जन्म 1959 में हुआ था। 1982 में ग्रैजुएशन के बाद उन्होंने Harvard से 1983 में एलएलएम किया। फिर 29 मार्च 2000 को वह Bombay High Court में एडिश्नल जज नियुक्त किए गए, जबकि 31 अक्टूबर 2013 को उन्हें Allahabad High Court का चीफ जस्टिस बनाया गया।

2- Justice Shripathi Ravindra Bhat भी कैंपस लॉ सेंटर से 1982 में ग्रैजुएट हुए थे। उसी साल उन्होंने Delhi Bar Council में खुद को एनरॉल करा दिया। उन्होंने Delhi High Court, Supreme Court और बाकी न्यायिक मंचों पर प्रैक्टिस की। बाद में उन्हें 2004 में दिल्ली हाईकोर्ट का एडिश्नल जज बनाया गया और 2006 में वह परमानेंट जज बनाए गए।

3- 1960 में जन्में Justice Hrishikesh Roy 2006 में गुवाहाटी हाईकोर्ट में एडिश्नल जज नियुक्त हुए थे। दो साल बाद वह वहां पर्मानेंट जज बन गए। जस्टिस रॉय इसके बाद केरल हाईकोर्ट ट्रांसफर कर दिए गए, जहां उन्होंने एक्टिंग चीफ जस्टिस के तौर पर काम किया। आगे अगस्त, 2018 में उन्हें केरल हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बना दिया गया था।

4- Justice Sanjay Kishan Kaul ने 1982 में दिल्ली बार काउंसिल ज्वॉइन किया और बाद में वह दिल्ली हाईकोर्ट के एडिश्नल जज (2001 में) बन गए। वह 2013 में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी बन गए, जबकि आगे मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर उनका ट्रांसफर हो गया था। 17 फरवरी, 2017 को वह सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नियुक्त किए गए थे।