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  • MP Honey Trap Case: Women Sent To Jail As Court Orders Judicial Custody For Allegedly Honey trapping, Blackmailing

तीनों महिला आरोपियों को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

5 वर्ष पहले
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  • आरोपी महिलाओं से सुबह भोपाल से आई एटीएस ने करीब 4 घंटे तक पूछताछ की
  • गुरुवार को नेताओं-अफसरों के वीडियो बना ब्लैकमेल करने वाली 5 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था
  • इंदौर के नगर निगम इंजीनियर का वीडियो बनाकर आरोपी महिलाओं ने मांगे थे 3 करोड़ रुपए

इंदौर. प्रदेश के चर्चित हनीट्रैप मामले में तीन महिला आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पर्याप्त साक्ष्य पेश नहीं कर पाने से कोर्ट ने पुलिस की रिमांड याचिका खारिज कर दी। कोर्ट सोमवार को सिर्फ श्वेता की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी। क्योंकि, श्वेता द्वारा मेडिकल ट्रीटमेंट को लेकर एक आवेदन कोर्ट में पेश किया गया था। सभी महिलाएं 4 अक्टूबर तक ज्यूडिशियल रिमांड पर रहेंगी। 
 
महिलाओं के वकील सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि पुलिस को लैपटॉप, 14 लाख रुपए और वीडियो के संबंध में पूछताछ करनी है, इसलिए रिमांड मांगी थी। इस पर हमने कोर्ट से कहा कि पुलिस काल्पनिक आधार पर रिमांड मांग रही है। अभियुक्त महिलाएं हैं, इसलिए उन्हें ज्यादा दिन तक पुलिस रिमांड में नहीं रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पर्याप्त साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए, इसलिए कोर्ट ने रिमांड निरस्त कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कोर्ट सोमवार को इनकी जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी।
 
 
इससे पहले सुबह एटीएस और क्राइम ब्रांच ने तीनों महिलाओं से एक साथ और अलग-अलग पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान इन्होंने कई बड़े नेता, अधिकारियों के नाम पुलिस को बताए हैं। दोपहर में एमवाय अस्पताल में मेडिकल के बाद श्वेता, बरखा और श्वेता को कोर्ट के समक्ष पेश किया। श्वेता के वकील द्वारा कोर्ट में डॉक्टर द्वारा जारी पत्रक पेश किया गया, जिसमें गंभीर बीमारियां बताई गई और उसके मेडिकल ट्रीटमेंट की बात कही गई। इस पर न्यायाधीश ने सोमवार को सुनवाई का कहा।
 

निगम इंजीनियर से मांगे थे 3 करोड़
इंदौर और भोपाल में अफसरों व नेताओं को हनी ट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने का खुलासा बुधवार को हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने भोपाल से तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया था। वहीं, इंदौर से दो महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया था। ये महिलाएं इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह को छात्रा के साथ बनाया वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 3 करोड़ रुपए मांग रही थीं। हरभजन सिंह द्वारा पुलिस को की गई शिकायत के बाद ही यह पूरा मामला सामने आया।
 
भास्कर पड़ताल में पता चला कि भोपाल की आरती पति पंकज दयाल की निगम इंजीनियर से दोस्ती थी। आरती ने नौकरी दिलाने के बहाने नरसिंहगढ़ की 18 वर्षीय बीएससी छात्रा मोनिका की इंजीनियर से दोस्ती करवाई। फिर इंदौर के इन्फिनिटी होटल में आरती ने मोबाइल से दोनों का वीडियो बनाया। वीडियो बनाने के बाद आरती और मोनिका इंजीनियर को ब्लैकमेल करने लगी।
 

ब्लैकमेलिंग का यह सिलसिला आठ महीनों से चल रहा था
आरती ने पैसे और अपनों के लिए टेंडर, ट्रांसफर, नौकरी की डिमांड इंजीनियर के सामने रखी। ब्लैकमेलिंग का यह सिलसिला आठ महीनों से चल रहा था। इस दौरान इंजीनियर 3 बार पैसे भी दे चुके थे। इस बार 3 करोड़ की डिमांड आई तो इंजीनियर ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। पता चला है कि आरती के लैपटॉप में इंजीनियर के छात्रा के साथ 2 वीडियो हैं। उसके पास मिली 8 सिम की जांच की जा रही है। 
 

पहली किस्त के 50 लाख रुपए लेने के लिए बुलाया था इंदौर
एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने गुरुवार को बताया था कि इंजीनियर ने तीन दिन पहले ब्लैकमेल करने की धमकी देने की शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद पुलिस ने आरती और मोनिका को फोन करवाकर लालच दिया कि वे इंदौर आकर पहली किस्त के 50 लाख रुपए ले जाएं। जब ये कार से विजय नगर स्थित बीसीएम हाइट्स के पास पहुंचीं तो पुलिस ने दबिश देकर इन्हें धरदबोचा। 

पुलिस ने कार ड्राइवर ओमप्रकाश कोरी निवासी भोपाल को भी गिरफ्तार किया। मूल रूप से छतरपुर की रहने वाली आरती से पूछताछ में पता चला कि इस ब्लैकमेलिंग के खेल में भोपाल की तीन और महिलाएं शामिल हैं। इस पर इंदौर पुलिस ने एटीएस से संपर्क किया।
 

आरोपियों ने कबूला-धमकाकर ब्लैकमेल कर रही थीं
बुधवार देर रात पुलिस ने भोपाल की मिनाल रेसीडेंसी में रहने वाली श्वेता (39) पति विजय जैन, रेवेरा टाउनशिप में रहने वाली श्वेता जैन पति स्वप्निल जैन (48) और बरखा पति अमित सोनी भटनागर निवासी कोटरा सुल्तानाबाद को गिरफ्तार किया। सभी ने कबूला कि वे इंजीनियर को वीडियो के नाम पर धमकाकर ब्लैकमेल कर रही थीं।
 
पूछताछ में आरती ने बताया कि वह अफसरों से हर मुलाकात में मोनिका को साथ लाती थी। उसकी नौकरी दिलाने के नाम पर अफसरों से दोस्ती करवा देती और फिर जब वे मोनिका के झांसे में आ जाते तो आरती अपने मोबाइल से उनका वीडियो बनाने की तैयारी करती। उस मोबाइल में वह सिम नहीं रखती, ताकि वीडियो बनाते वक्त कॉल न आए। 
 
जब वीडियो बन जाता तो उसके 15-20 दिन बाद संबंधित व्यक्ति को उसका एक पार्ट भेजकर झटका देती थी। हालांकि उसने अभी तक यह नहीं कबूला कि वह कितने लोगों को इस तरह से ब्लैकमेल कर चुकी है। वह खुद का परिचय एक गवर्नमेंट ठेकेदार के रूप में देती थी। आरती का पति छतरपुर में सरिया-गिट्‌टी, सीमेंट का व्यापारी है, लेकिन वह उसे छोड़ चुकी है। पता चला है कि कुछ समय पहले भोपाल में एक अफसर का अश्लील वीडियो वायरल हुआ था, उसमें भी आरती दयाल ही है। तब मामले में कोई एफआईआर नहीं हुई थी, इसलिए आरती बच गई।
 

दो मंत्री, इंदौर में रहे आईएएस से भी नजदीकी

  • श्वेता जैन (39)- मूलत: सागर निवासी, भाजपा में सक्रिय रही। एक पूर्व सीएम को जाल में फंसाया तो उन्होंने मिनाल रेसीडेंसी में बंगला दिलाया था। बुंदेलखंड के एक पूर्व मंत्री, मालवा-निमाड़ के एक-एक पूर्व मंत्री से नजदीकी रही। सागर के एक कलेक्टर के साथ बंगले पर पत्नी ने पकड़ा था। इनके एनजीओ को ग्रामीण विकास से खूब काम मिला।
  • बरखा भटनागर (34) -निमाड़ के एक नेता के साथ कांग्रेस में आई। वर्तमान में दो मंत्री व एक पूर्व प्रदेशाध्यक्ष से नजदीकी। पति अमित सोनी कांग्रेस आईटी सेल में रहा है।
  • मोनिका यादव- राजगढ़ की रहने वाली है। बीएससी की पढ़ाई कर रही है। उम्र 18 वर्ष से थोड़ा अधिक है। मोबाइल पर बातों और मैसेज से फांसने में सक्रिय है।
  • आरती दयाल (29)- छतरपुर निवासी। सीनियर आईएएस के साथ वीडियो वायरल कर पैसा भी वसूला। भोपाल और इंदौर में कलेक्टर रह चुके आईएएस से भी बेहद नजदीकी है।
  • श्वेता विजय जैन (48) : एक पूर्व सांसद की सीडी बनवाने व दो करोड़ की वसूली में नाम आया था। कई भाजपा नेताओं को जाल में फंसाया। कुछ कांग्रेस नेताओं से भी करीबी।

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