सारदा घोटाले की जांच के सिलसिले में सीबीआई अधिकारी सोमवार को राज्य सचिवालय पहुंचे। वहां उन्होंने इस मामले की जांच में पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के एजेंसी के समक्ष पेश नहीं होने के संबंध में मुख्य सचिव और गृह सचिव के लिए पत्र दिए। सीबीआई के दो अधिकारी सुबह करीब 10 बजकर 40 मिनट पर राज्य सचिवालय पहुंचे और उन्होंने मुख्य सचिव मलय डे और गृह सचिव अल्पन बंदोपाध्याय के लिए पत्र दिए। राज्य सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पत्रों में सीबीआई ने जानना चाहा है कि उक्त पुलिस अधिकारी कहां हैं। साथ ही यह भी जानना चाहा है कि उन्हें किस आधार पर महीनेभर लंबा अवकाश दिया गया है।

एजेंसी ने यह भी जानना चाहा है कि कुमार ड्यूटी पर कब लौटने वाले हैं। इन पत्रों के साथ कलकत्ता उच्च न्यायालय का वह आदेश भी जोड़ा गया था जो कुमार को गिरफ्तारी से दिए गए संरक्षण को वापस लेने से जुड़ा है। शुक्रवार को सीबीआई ने कुमार को ताजा नोटिस दिया जिसमें उनसे अगले ही दिन एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया। कुमार वर्तमान में आपराधिक जांच विभाग में पुलिस महानिदेशक हैं।

सचिवालय के सूत्रों ने कहा कि पत्रों में सीबीआई ने कुमार से कहा है कि वह सोमवार को दो बजे तक एजेंसी के अधिकारियों के समक्ष पेश हो जाएं।अधिकारी पत्र देने रविवार को सचिवालय गए थे। लेकिन रविवार अवकाश होने के कारण उनसे कामकाजी दिवस को आने को कहा गया था। उन्होंने ऐसे ही दो पत्र राज्य के डीजीपी वीरेंद्र कुमार को भी सौंपे हैं।  कुमार सीधे डीजीपी को रिपोर्ट करते हैं। उन्होंने सीबीआई के अधिकारियों को एक ई-मेल भेजी थी और उनके समक्ष पेश होने के लिए एक महीने का वक्त मांगा था। इसमें कुमार ने कहा था कि वह व्यक्तिगत कारणों से 25 सितंबर तक अवकाश पर हैं।