Ravishankar Prasad: राष्ट्रपति चुनने में प्रधानमंत्री की अहम भूमिका तो जजों की नियुक्ति में क्यों नहीं: रविशंकर - law minsiter ravi shankar prasad says that prime ministr should have a role in selecting judges | Navbharat Times

  • 📰 NBT Hindi News
  • ⏱ Reading Time:
  • 61 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 28%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

राष्ट्रपति चुनने में प्रधानमंत्री की अहम भूमिका तो जजों की नियुक्ति में क्यों नहीं: रविशंकर

एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कानून मंत्री का बयानरविशंकर ने कहा कि संविधान में कलीजियम प्रणाली की जिक्र नहींने शुक्रवार को यहां भारतीय संविधान पर लिखी एक पुस्तक के विमोचन समारोह में कहा कि वह आश्वस्त कर देना चाहते हैं कि देश में कोई भी नया संविधान नहीं बनने वाला है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति के चुनाव में प्रधानमंत्री की अहम भूमिका होती है, फिर न्यायाधीशों की नियुक्ति में प्रधानमंत्री की भमिका क्यों नहीं हो...

प्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'जब देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति के चुनाव में सबसे अहम भूमिका प्रधानमंत्री की होती है। मुख्य चुनाव आयुक्त, सीएजी, सीवीसी जैसे संवैधानिक पदों के लिए नियुक्तियों में प्रधानमंत्री की भूमिका होती है, सभी मंत्री उनके अधीन काम करते हैं तो क्या वह एक ईमानदार जज नहीं नियुक्त कर सकते।'

रविशंकर ने कहा, 'प्रधानमंत्री देश की सुरक्षा, संप्रभुता का इंचार्ज होता है। परमाणु बम तब तक नहीं चलेगा, जब तक वह बटन नहीं दबाएगा, क्या इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाने वाले प्रधानमंत्री से एक ईमानदार जज नियुक्त करने की अपेक्षा नहीं होनी चाहिए। मुझेके फैसले पर आपत्ति है।' रविशंकर सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का जिक्र कर रहे थे, जिसमें सरकार की ओर से जजों की नियुक्ति के लिए कॉलीजियम की जगह सुझाए गए 6 सदस्यीय आयोग के गठन के फैसले को नकार दिया गया...

प्रसाद ने कहा कि जिसे जनता चुनती है, उसे ही सरकार चलाने और कानून बनाने का हक होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'देश के संविधान में कलीजियम प्रणाली का जिक्र नहीं है, मगर 1991 से यह व्यवस्था अमल में आई। 1991 से पूर्व जब जजों को चुनने में भारत सरकार की भूमिका होती थी, तब क्या एक से बढ़कर एक कृष्ण अय्यर, वेंकटरमण, जगमोहनलाल सिन्हा जैसे ईमानदार जज नहीं देश को मिले?'

पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

क्योंकि राष्ट्रपति तो कठपुतली हो सकता है जज नहीं

rsprasad ji these positions should be independent of government. There shouldn't be any Government involvement in the selection as they will not be fair for any case against government. Why they want to have all power in their hand? LambaAlka priyankagandhi INCIndia

कांग्रेस शासन में तो उनकी इच्छा के जज ही बनते थे कोई मुख्य मंत्री का बेटा तो कोई और रिश्तेदार वे कैसे बन जाते थे उस वक्त रबर स्टाम्प होते हुए भी रबर स्टाम्प नही कहलाते थे

किसी को बना दो जो गुलामी कर सके ।क्वालिफिकेशन में चमचागिरी आनी चाहिए

Delete democracy main objective of bjp

सही ।

Agreed, this is must & be immediately implemented

CBI जैसा पिंजरे का पोपट बनाने के लिए

इस तकृ में कोइ दम नहीं

ताकि राष्ट्रपति की भांति, जजों से भी अपनापन हो जाए । इससे सर्वशक्तिमान कौन होगा ।

न्यायाधीशों का चुनाव होना चाहिए AIJS परीक्षा ही बेहतरीन विकल्प है । Article312 के अन्तर्गत AllIndiaJudicialServices का गठन होना चाहिए । CleanseOurCourts Collegium व्यवस्था से कुछ परिवारों के लोग पीढ़ी दर पीढ़ी जज बनते रहेंगे और बिना चुनाव लड़े ही देश पर शासन करते रहेंगे ।

राष्ट्रपति को भी प्रधानमंत्री ने चुना तो क्या चुनाव फर्जी था

जज की नियुक्ति होती है लेकिन राष्ट्रपति का चुनाव होता है ...न्याय पालिका को राजनीति का अड्डा मत बनने दो ...जज के चुनाव में कोई भी राजनैतिक व्यक्ति या पार्टी का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए

सही बोले ! जिससे कि न्यायपालिका भी प्रधानमंत्री की रबर स्टाम्प बन सके ।

Nonsense.... Government should stay 100miles away from appointing judges. Especially since govt is a party in over 80% of cases in judiciary.

I support Ravishankerji

चर्चा क्यौं करते हो ? करो जजों की नियुक्ती !! लेकिन इन्साफ जल्दी दिलाओ !!!!

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 20. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

अधीर रंजन चौधरी ने की पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांगबिलकुल, तत्काल जरूरी है लगता है किसी कांग्रेसी पर आंच आयी है अगर बंगाल में राष्टपति शासन लगा तो साले सबसे पहले यह congi ही विरोद्ध करेँगे ।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

सोने की कीमतों में मामूली बढ़त, चांदी में 24 रुपये की गिरावटदिल्ली सराफा बाजार में गुरुवार को सोने-चांदी की कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव देखने को मिला। जहां सोने के दाम तीन रुपये
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

दुनिया की पहली क्लोन गाय की जापान में मौत, 1998 में हुआ था जन्मविश्व की पहली 'कागा' नाम की क्लोन गाय की प्राकृतिक कारणों से मौत हो गई. उसकी उम्र 21 साल तीन माह थी. कागा की मौत उसी रिसर्च सेंटर में हुई, जहां इसका जन्म हुआ था. मुझे तो यह कहीं से गाय नहीं लगती वाह वाह क्या रिपोर्टिंग कि हैं दॆश मॆ बैंकों का दिवाला निकाला या रहा है लोगों कॆ पैसे डुब रहे है सड़कों पॆ लोग रो रहे हैं और मिडिया तमासा दॆख रही हैं
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

PM मोदी ने चीनी राष्ट्रपति Xi Jinping को महाबलीपुरम में दिखाई अर्जुन की तपस्या स्थलीचीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) आज से दो दिनों के भारत दौरे पर हैं. चेन्नई पहुंचने पर उनका परंपरागत तरीक़े से शानदार स्वागत किया गया. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और चिनफिंग महाबलीपुरम पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी इस मौक़े पर ख़ास तौर पर दक्षिण के परिधान लुंगी में नज़र आए. ji ये बहरूपिया भी है। Shobhana111 तमिलनाडु में चुनाव कब हैं ये लुंगी रिहर्सल ह
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

महाबलीपुरम में कल मिलेंगी दुनिया की दो महाशक्तियां, जिनपिंग से मोदी की होगी 15वीं मुलाकातचीनी राष्ट्रपति भारत आ रहे है इस लिए अभी चीनी सामान का विरोध नही करना है जैसे ही चीनी राष्ट्रपति भारत से वापस जाएंगे तुरन्त विरोध चालू करना है सूचना जनहित में जारी 80% public poor fir v super power gd jokes Uncle china se veg momos lete aana
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

क्वॉलिटी के अधिग्रहण की दौड़ में सिर्फ हल्दीराम, लगाई 130 करोड़ रुपये की बोलीKwality insolvency: दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही क्वॉलिटी के लिए हल्दीराम समूह ने 130 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। इसी महीने बाद में क्वॉलिटी के ऋणदाता हल्दीराम की बोली पर मतदान करेंगे।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »