रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बुधवार को आंध्र प्रदेश के कुरनूल में मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) का सफल परीक्षण किया. अपने तीसरे परीक्षण में यह मिसाइल सफल साबित हुआ है.
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नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बुधवार को आंध्र प्रदेश के कुरनूल में मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) का सफल परीक्षण किया. अपने तीसरे परीक्षण में यह मिसाइल सफल साबित हुआ है. सेना थर्ड जेनरेशन की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल की डिमांड कर रही थी, इसी को देखते हुए इसे तैयार किया गया है.
परीक्षण के दौरान मिसाइल को एक ट्राइपॉड से फायर किया गया और इसके निशाने पर एक टैंक था. मिसाइल ने टॉप अटैक मोड में लक्ष्य को निशाना बनाया और पूरी तरह से नष्ट कर दिया.
#WATCH Successful test firing of the Man Portable Anti Tank Guided Missile system by DRDO from a firing range in Kurnool, Andhra Pradesh, today. pic.twitter.com/h8TLrbpv6n
— ANI (@ANI) September 11, 2019
डीआरडीओ की ओर से तैयार किया गया यह स्वदेशी पोर्टेबल एंटी गाइडेड मिसाइल कई उन्नत सुविधाओं से लैस है. यह करीब ढाई किलोमीटर दूर अपने निशाने को तहस-नहस करने में सक्षम है.
डीआरडीओ ने जानकारी दी है कि कि यह मिसाइल अचूक निशाना साधती है और दुश्मन के टैंक का पीछा करते हुए उसे तबाह कर देती है. यह मिसाइल वजन में इतनी हल्की है कि इसे इधर उधर आसानी से ले जाकर उपयोग में ले सकते हैं.
इसे किसी ऊंची पहाड़ी पर या दूसरी किसी जगह पर आसानी से ले जाया जा सकता है. इसकी खासियत है कि यह दिन और रात दोनों समय दुश्मन पर वार कर सकती है. उम्मीद की जा रही है कि 2021 तक इस मिसाइल का बड़े पैमाने पर निर्माण किया जाएगा. माना जा रहा है कि आमने-सामने की लड़ाई में मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) काफी कारगर साबित हो सकता है.
एशिया में पाकिस्तान भारत का पारंपरिक दुश्मन है तो वहीं चीन भी समय-समय पर आखें दिखाता रहा है, ऐसे में युद्ध के हालातों में मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) मिसाइल अपने आप में किसी योद्धा से कम नहीं.