पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली की अस्थियां गंगा में विसर्जित, बेटा बोला- पिताजी को काशी से लगाव था
अरुण जेटली (Arun Jaitely) का निधन 24 अगस्त को दिल्ली (Delhi) के एम्स में हो गया था. अगले दिन दिल्ली के निगमबोध घाट ...अधिक पढ़ें
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated :
वाराणसी. पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) का अस्थि कलश लेकर उनके परिजन रविवार की दोपहर 12.30 बजे लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बाबतपुर पहुंचे. यहां से अस्थि कलश भाजपा कार्यालय लेकर गए, जहां पर लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद गंगा तट स्थित मणिकर्णिका घाट पर विधि विधान पूर्वक अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली ने अस्थियों का विसर्जन किया.
अस्थि विसर्जन के दौरान कई भाजपा नेता भी मौजूद रहे. इसके लिए घाट पर ही विशिष्ट तैयारियां सुबह से ही पूरी कर ली गई थीं. अस्थि कलश के साथ स्व. अरुण जेटली की पत्नी, बेटा व बेटी के साथ ही परिवार के लगभग 20 सदस्य भी विमान से वाराणसी पहुंचे थे, जो आगे भी विभिन्न अनुष्ठान में हिस्सा लेंगे.
पिताजी जहां भी होंगे खुश होंगे
इस मौके पर अरुण जेटली के बेटे ने कहा, 'पिताजी जहां भी रहें, खुश रहें. काशी मोक्ष नगरी है. इसलिए उनकी अस्थियां मोक्ष की नगरी में प्रवाहित करने आया हूं.' उन्होंने कहा कि मणिकर्णिका घाट का एक अलग ही महत्व है. पिताजी का लगाव काशी से बहुत ही पुराना था. आज वह जरूर खुश हुए होंगे कि उनकी अस्थियां मोक्ष की नगरी काशी में विसर्जित हुई हैं.
24 अगस्त को हुआ था निधन
बता दें, अरुण जेटली का निधन 24 अगस्त को दिल्ली के एम्स में हो गया था. अगले दिन दिल्ली के निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी से चुनाव लड़ने आए गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव की कमान अरुण जेटली ने ही संभाली थी. इसके बाद वर्ष 2015 में पूर्व वित्त मंत्री ने अस्सी घाट पर मोरारी बापू की मौजूदगी में शव वाहिनी का लोकार्पण किया था. इसके बाद उनका अंतिम काशी दौरा 2017 के विधानसभा चुनाव में हुआ था.
(रवि पांडे की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें:
PM मोदी 9 सितंबर को ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट आएंगे, ये रहा शेड्यूल
अखिलेश के रामपुर आने से बिगड़ेगा माहौल, कांग्रेस ने राज्यपाल-योगी को लिखा पत्र
.
Tags: Arun Jaitely, BJP, Uttar pradesh news, Varanasi news