इस बैठक में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विचार, 2022 में आजादी के 75वें वर्ष के जश्न, महात्मा गांधी के इस साल 150वें जयंती वर्ष को मनाने समेत कई मामलों पर चर्चा की जाएगी. इसके बाद 20 जून को सभी सांसद रात्रिभोज के समय बैठक करेंगे.ममता बनर्जी ने पत्र में लिखा,‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ जैसे संवेदनशील एवं गंभीर विषय पर इतने कम समय में जवाब देने से इस विषय के साथ न्याय नहीं होगा. इस विषय को संवैधानिक विशेषज्ञों, चुनावी विशेषज्ञों और पार्टी सदस्यों के साथ विचार-विमर्श की आवश्यकता है.
उन्होंने लिखा,‘मैं अनुरोध करूंगी कि इस मामले पर जल्दबाजी में कदम उठाने के बजाए, आप कृपया सभी राजनीतिक दलों को इस विषय पर एक श्वेत पत्र भेजें जिसमें उनसे अपने विचार व्यक्त करने को कहा जाए. इसके लिए उन्हें पर्याप्त समय दिया जाए. यदि आप ऐसा करते हैं, तभी हम इस महत्वपूर्ण विषय पर ठोस सुझाव दे पाएंगे.’ ममता बनर्जी ने आगे कहा कि पिछड़े जिलों के विकास के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस पहले ही अपने विचारों से उन्हें अवगत करा चुकी है कि वह कुछ जिलों के चयन के समर्थन में नहीं हैं क्योंकि इससे राज्य के सभी जिलों के संतुलित एवं समान विकास का समग्र लक्ष्य पूरा नहीं होगा.
उन्होंने कहा,‘हमारा राज्य सभी जिलों के समान सामाजिक एवं आर्थिक विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि क्षेत्रीय असंतुलन पैदा नहीं हो.’ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि वह और उनका दल 2022 में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने और महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष समारोहों में बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे, लेकिन संसद की उत्पादकता में सुधार के तरीकों का मामला निचले सदन का है और संबंधित मंत्रालय को इससे निपटना चाहिए.
ममता की हैसियत आब दूध मे मख्खी की तर्राहा हो गया haiy.
जय श्री राम
इमरान के मीटिंग में चली जाओ
एक देश एक चुनाव पर पार्टियां की सहमति नहीं बन पाएगी, बेहतर होगा राज्यों को तीन पूलों में रखें, लोकसभा चुनावों के छः-छः महीने पहले व बाद में होने वाले राज्यों के चुनाव लोकसभा के साथ,बाकी राज्यों को 2पूलों में चुनाव अवधि के अनुसार बांटे।लोकसभा चुनाव अधिकतर 23दिनों में संपन्न हों।
Hatayarin jail jayegi.
इन जैसे लोगों की अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी को देश हित के ऊपर मानने लगे हैं
Mamta Ji Desh ki janta KO Aap keya Sandesh dena Chahti hai Tumhare liye Pak Acha Hoga ya Rohingya k sath raho
Isko Rama phobia ho gaya h ... Ye takleef mai h samjo nahi aa sakti ...Ye double role mai h ek hai mamta banerji ek h Ram naam sunne baad ye Mamta Bano ..
Ghamend Mamata ki jarurat nahi
खुद को पार्टी प्रमुख नही मानती क्या
Ydi sbhi CM yhi kre to PM kis kaam ka
अगले विधानसभा चुनाव में इस लायक नही रह जाएगी की बुलाना पड़े
Randi ko bolate kiyun hai jab ye hamesh na hi bolti hai
BJP hatya karwake kya karna chahti ho.... Tum apna karnama apni asaliyat khud show kar rahi ho.... BJP ko tum janati nahi.... Had bhi uska aur tale bhi uska hota he.... Sambhaljao.. Warna. Pachhtaoge congress jese net o nabud hojayegi tmc
ऐसे लोगों को बुलाना भी पाप है।
कब तक भागोगी मोदी से।मोदी से राज्य के लिए कुछ मांगना ही पड़ेगा।मोदी से याचना और प्रार्थना करनी ही पड़ेगी।कब तक बचोगी मोदी से।
जरूरत भी क्या है।
Bas thodehi din bache hai,badme Gaya jayenge.
मुमताज़ देश के PM को मानती ही नहीं है
Bulate kuun hai.
किस मुंह से जाएंगे
Accha huwa waisey bhi inkey janey sey apskun ho jata
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