राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के ऐलान के बाद हापुड़ नगरपालिका दफ्तर में जन्म प्रमाण पत्र बनाने वालों की अचानक भीड़ जुट गई. उत्तर प्रदेश के हापुड़ नगर पालिका के बाहर लोगों की लाइन लग गई. अधिशासी अधिकारी जेके आनंद ने कहा कि जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. किसी ने अपना जन्म 1948 बताया तो कुछ ने 1952 का हवाला दिया. हमारे पास पुरानी तारीखों की जानकारी नहीं है. इस कारण हमें दिक्कत हो रही है, लेकिन हम लोगों से जो होगा, वह करेंगे.
बता दें, केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंगलवार को हुई बैठक में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को मंजूरी दे दी गई. एनपीआर के संबंध में लोगों को अपनी पहचान बताने के लिए किसी प्रकार के दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं होगी. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया गया कि अप्रैल 2020 से शुरू होने वाली एनपीआर की प्रक्रिया में लोगों से पहचान बताने के लिए किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं मांगे जाएंगे.
प्रस्ताव के अनुसार, एनपीआर की यह प्रक्रिया सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अप्रैल 2020 से सितंबर 2020 तक पूरी कर ली जाएगी. एनपीआर देश के नागरिकों का एक रजिस्टर है. यह नागरिकता अधिनियम 1955 और 2003 के नागरिकता नियमों के प्रावधानों के तहत स्थानीय , उप-जिला, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जा रहा है.
किसने कहा हापुड़ निवासियों को की NPR जन्म प्रमाण पत्र चाहिए,, भड़काने के आयाम तरीके है जैसे मर्जी भड़काओ,, आगे तकलीफ तुम ही पाओगे,,
हिंदुस्तान में मूर्खों की कोई कमी नहीं है।
Rumours by certain sections r making the people to go for this ? Local media must educate the people so as to disallow to spread the fear n panic....
Even school leaving certificate is enough document....Why rush?
जालीदार टोपी अब लगो काम पे.
Problem with India is that many people never bothered to apply for documents & opposition parties still don't want any system to be set in place.. Every country in the world requires citizens to have documents.. India needs to also have some system..
Abe chutiyo kuch nhi chahiye..
हिंदुस्तान में कुछ सैतान नेता थे कुछ पहले पाकिस्तानी झंडा लहरा रहे थे वो नागरिकता बिल आते ही तिरंगा लहराने लगे धैर्य रखो तिरंगा ही नहीं वंदे मात्रम भी बोलोगे और भारतीय संसककृती को भी मानना पड़ेगा मोदी है तो मुमकिन है
Kamayi suru
जाहिल के जाहिल ही रहेंगे।
एनपीआर काग्रेंस के टाइम भी हुआ था, बीजेपी के टाइम भी हो रहा है आगे भी होगा
नोटबंदी वाला मंजर पूरे देश में दिखेगा जल्द
एक समुदाय विषय अधिक नजर आरहा है।
😂
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »